पंचायत चुनाव- ADG ने ली अफसरों की बैठक- दिये दिशा निर्देश
झांसी। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर ज़ोन भानु भास्कर ने शनिवार को आगामी पंचायत चुनावों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष रूप से चुनाव कराये जाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किये।
यहां पुलिस लाइन में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए एडीजी कानपुर ने बताया कि साफ सुथरे तरीके से पंचायत चुनाव संपन्न कराये जाने को लेकर शासन और पुलिस महानिदेशक स्तर से बड़े कड़े निर्देश दिये गये हैं। हमें पंचायत चुनाव बड़े सफल तरीके से पूरे कराने हैं। इसके लिए तैयारियां दिसम्बर 2020 में ही शुरू कर दीं गयीं थीं और आज समीक्षा करने आये हैं। यह समीक्षा पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) झांसी परिक्षेत्र के साथ शुरू की गयी है जिसमें झांसी, जालौन और ललितपुर तीनों जनपदों के पुलिस अधीक्षक शामिल हैं।
चुनाव को लेकर कई निर्देश दिये गये हैं। जहां जहां चुनाव होने है वहां चेकिंग कराने और यदि पिछले चुनावों में किसी स्थान विशेष पर कोई घटना हुई है तो इसको लेकर वर्तमान स्थिति का आकलन करने के भी निर्देश दिये गये हैं। यदि कोई संवेदनशीलता हैं तो उसकों जांच परख लें और अगर जरूरत पड़ती है तो कठोर निरोधात्मक कार्रवाई की जाए। यदि क्षेत्र विशेष में कोई विवाद है तो राजस्व अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर निस्तारण कराया जाए। किन्हीं समुदायों में या व्यक्तियों में कोई तनाव है या मनमुटाव है तो सबसे पहले थाना स्तर से मामला सुलझाया जाएं यदि संभव नहीं तो सर्किल के अधिकारी मामले को देखें अन्यथा की स्थिति में पुलिस अधीक्षक देखें और यदि फिर भी अगर जरूरत हुई तो पुलिस महानिरीक्षक और हम लोग मिलकर मामले को देखेंगे और निस्तारण करने का प्रयास करेंगे।
इसके अलावा चुनाव में शस्त्र जब्तीकरण भी एक बेहद महत्वपूर्ण प्रकिया है साथ ही किसी व्यक्ति का आपराधिक इतिहास है तो उसके शस्त्र जब्त कराकर उचित कार्रवाई कराना जरूरी है। इस पर पूरा प्रशासन बेहद गंभीर है और ऐसे कोई भी मामले पाये जाते हैं तो उस पर कार्रवाई की जायेगी।
पकडे गये अवैध शस्त्रों पर होने वाले कार्रवाई के बारे में पूछे गये सवाल और हाल ही में यहां हुई दो हत्याओं में इस्तेमाल अवैध शस्त्रों के अभी तक नहीं मिलने और न ही उनके बारे में किसी प्रकार की जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं होने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में एडीजी ने बताया कि जो भी अवैध शस्त्र पकड़ा जाता है तो उसकी बहुत गहन विवेचना होती है जो काफी लंबी चलती है जिसके तहत उस व्यक्ति विशेष पर भी शिकंजा कसने का प्रयास किया जाता है जिसने अपराधी को शस्त्र उपलब्ध कराया था। इस तरह की विवेचना में हम कभी कभी अवैध शस्त्रों के कारखाने भी पकड़ने में भी सफल हो जाते हैं। झांसी के ये दोनों मामले हमारे संज्ञान में हैं और उस पर विवेचना चल रही है।
आवास की समस्या से जूझ रहे पुलिसकर्मियों के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस समस्या से जूझ रहे पुलिसकर्मियों की समस्या को शीघ्र ही दूर किया जायेगा। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रक्रिया की जा रही है।
इससे पहले एडीजी ने आईजी झांसी परिक्षेत्र सुभाष सिंह बघेल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी के साथ मिलकर साइबर क्राइम थाना झांसी परिक्षेत्र एवं साइबर सेल का उदघाटन किया।
वार्ता