ऑक्सीजन की कालाबाजारी-दो युवक गिरफ्तार-101 सिलेंडर जब्त
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में आकर बीमार हुए लोगों के लिए ऑक्सीजन गैस संजीवनी बन रही है। पीडितों की मदद करने के बजाय समाज और इंसानियत विरोधी लोग इसकी कालाबाजारी के लिए सक्रिय होकर लोगों की सांसों के लिये खतरा बन गए हैं। पुलिस ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी का भंडाफोड़ करते हुए दबिश देकर 2 स्थानों से 101 सिलेंडर बरामद किए हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू करते हुए सिलेंडर आने का स्रोत लगाने का प्रयास शुरू कर दिया है।
गाजियाबाद पुलिस के अपराध शाखा प्रभारी संजय पांडे ने बताया कि पिछले कई दिनों से ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी किए जाने की खबरें आ रही थी। कोरोना संक्रमण के हालातों के बीच गठित की गई पुलिस की टीमें 2 दिन से इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही थी कि आखिर यह सिलेंडर कहां से आ रहे हैं। इसी बीच पता चला कि महानगर के केला भट्टा स्थित किसी गैस गोदाम से सिलेंडर की कालाबाजारी की जा रही है। पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित पाठक के निर्देश पर नगर कोतवाल संदीप कुमार सिंह और नंदग्राम कोतवाल नीरज कुमार की टीम के साथ पुलिस ने जाल बिछाकर केला भट्टा में दबिश दी। इस दौरान पता चला कि जो व्यक्ति सिलेंडर बेचता है। वह हिंडन विहार स्थित गोदाम पर मौजूद है। तुरंत ही पुलिस टीमों ने हिंडन विहार में दबिश दी और वहां से पुलिस ने आरोपी अकील सैफी को हिरासत में लेते हुए वहां से 39 सिलेंडर बरामद कर लिए। इसके बाद आरोपी की निशानदेही पर पुलिस में हिंडन विहार में ही जावेद के गोदाम पर दबिश देते हुए उसे भी गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान की गई छापेमारी में जावेद के गोदाम के भीतर से 38 सिलेंडर बरामद किए गये। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस कोतवाली पहुंची जहां की गई पूछताछ में अकील ने बताया कि उसके घर में बने गोदाम में भी 25 सिलेंडर भरे हुए रखे हैं। पुलिस ने तुरंत ही अकील के घर पर दोबारा से दबिश दी और गोदाम से सभी सिलेंडर अपने कब्जे में ले लिये। नगर कोतवाल संदीप कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी लोगों की मजबूरी का लाभ उठाकर उनकी सांसो का सौदा करते थे। उन्होंने बताया कि सिलेंडर किराए पर लेने के लिए आ रहे लोगों से आरोपी पहले ही उनकी जरूरत का अंदाजा लगा लेते थे जैसे ही उन्हें लगता था कि ग्राहक मजबूर है तो एक सिलेंडर का किराया 24 घंटे के लिए एक से 5000 रूपये तक वसूला जाता था।