आपदा में अवसर-कोविड-19 रिपोर्ट में फर्जीवाड़ा-आधा दर्जन गिरफ्तार
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमण की तेज होती रफ्तार की चपेट में आकर बीमार हो रहे लोग अपना टेस्ट कराने से लेकर ऑक्सीजन बेड हासिल करने तक के लिये भारी जद्दोजहद कर रहे हैं। ऐसे हालातों के बीच भी आपदा को अवसर में बदलने में माहिर लोग सक्रिय होते हुए अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने आपदा को अवसर में बदलने वाले शातिरों की धरपकड़ आरंभ करते हुए गलत तरीके से कोविड-19 जांच की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाले तीन लोगों के अलावा दवाईयों की कालाबाजारी करने वाले दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो लैब टेक्नीशियन हैं और तीसरा टेस्टिंग लैब में एक चिकित्सक और एक एप्लीकेशन साइंसटिस्ट है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी प्रयोगशाला में नमूने एकत्रित करते थे और प्रयोगशाला में एंट्री किये बगैर ही जांच रिपोर्ट दे देते हैं।
इनके अलावा रेमडेसीविर इंजेक्शन की जमाखोरी और कालाबाजारी के आरोप में भी पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से रेमडेसीविर इंजेक्शन की 10 शीशियां बरामद की हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपी बरामद किए गए इंजेक्शन 35 से 50 हजार रूपये प्रति इंजेक्शन के दामों पर बेचते थे। गिरफ्तार किया गया एक आरोपी एक अस्पताल पर हाउसकीपिंग स्टाफ के रूप में काम करता है। जबकि दूसरा एक दवा सप्लायर के यहां काम करता है। पुलिस रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी और जमाखोरी के इस गोरखधंधे से जुड़े दूसरे लोगों की भी तलाश कर रही है।