हत्या का खुलासा- पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर भेजा कारागार
शामली। पुलिस अधीक्षक अभिषेक की अगवाई में थाना बाबरी प्रभारी निरीक्षक सीमा शर्मा ने अपनी टीम के साथ मिलकर थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम चूनसा के जंगल में हुई हत्या करने की घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके कब्जे से मृतक की 02 सोने की बाली व घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल बरामद की।
गौरतलब है कि दिनांक 06.10.2023 को थाना बाबरी पुलिस को ग्राम चूनसा के जंगल में ट्यूबवैल पर अनिल के शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर तत्काल शामली पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। घटनास्थल के मौका मुआयना एवं परिजनो व मौजूद लोगो से जानकारी कर घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये। मृतक के शव का पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम हेतु मोर्चरी भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक अनिल के शरीर पर मृत्यु पूर्व चोटे आना पाया गया। परिजनों की तहरीर के आधार पर थाना बाबरी पर मु0अ0स0 117/2023 धारा 302 भादवि पंजीकृत किया गया। घटना के शीघ्र अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक शामली द्वारा क्षेत्राधिकारी थानाभवन के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया था।
इसी क्रम में मंगलवार को थाना बाबरी पुलिस द्वारा हत्या की घटना का सफल अनावरण करते हुए हत्याभियुक्त अरुण कुमार को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है, जिसके कब्जे से मतृक की 02 सोने की बाली व घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल बरामद की गई है। गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम अरुण कुमार पुत्र सुखपाल निवासी भारसी थाना कांधला जनपद शामली व हाल निवासी संविदा कर्मी बिजली घर ग्राम भाज्जु थाना बाबरी जनपद शामली है। गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना बाबरी पर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी अरूण उपरोक्त ने पूछताछ करने पर बताया कि आरोपी अरूण भाज्जू बिजलीघर पर बतौर संविदा कर्मी नौकरी करता है। उसके साथ वहां पर अनिल कुमार पुत्र कटार सिहं निवासी ग्राम चूनसा थाना बाबरी, विपिन पुत्र ऋषिपाल निवासी ग्राम कुरमाली थाना बाबरी, मोहित पुत्र धीरसिहं निवासी ग्राम भाज्जू थाना बाबरी, कुलदीप पुत्र गुलबीर सिहं निवासी ग्राम कुरमाली थाना बाबरी व ईशम सिहं पुत्र नकली सिहं निवासी ग्राम चुनसा थाना बाबरी जिला शामली कार्य करते है। ये सभी लोग एकसाथ बैठकर शाम के समय शराब का सेवन कर लेते है। करीब 06-07 दिन पूर्व मृतक अनिल उर्फ कल्लू और आरोपी अरूण शराब पी रहे थे तो मृतक अनिल ने अभियुक्त अरूण से उसकी पत्नी के सम्बन्ध में ईशम सिंह के सामने अपशब्दों का प्रयोग किया था जिससे अनिल के ये शब्द अरूण को चुभ गये थे। दिनांक 05.10.2023 को आरोपी अरूण भाज्जू बिजलीघर पर लेटा हुआ था लेकिन उसके मन से अनिल के कहे शब्द नही निकल रहे थे। इससे अरूण के मन मे अनिल के प्रति गुस्सा बढ रहा था तो अरूण ने अनिल व अन्य साथियो से शराब पीने के लिए कहा तो सब तैयार हो गए और सभी ने एक साथ शराब व बीयर पी थी। अनिल व ईशम सिहं दोनो अपनी अपनी ड्यूटी करके अपने अपने घर चले गये थे । अरूण इसके बाद तीन बीयर और लेकर आया, उनमे से दो बीयर तो खुद पी ली और एक बीयर विपिन लाइनमैन को पिला दी थी। बीयर पीने के बाद भी अरूण के मन से अनिल के कहे गये शब्द नही निकल पा रहे थे और उसे परेशान किये ही जा रहे थे। इसलिए अरूण ने उसी रात्रि को अनिल के पास तीन बार कॉल भी की लेकिन अनिल द्वारा फोन तो उठा लिया गया किन्तु अनिल की तरफ से कोई आवाज नही आ रही थी। चूंकि अरूण को अनिल के बारे मे यह तो जानकारी थी कि अनिल अपनी ट्यूवबैल पर अकेला सोता है लेकिन यह जानकारी नही थी कि ट्यूवबैल चूनसा मे कहां पर है इसलिए अरूण ने विपिन से अनिल की ट्यूवबैल पर चलने को कहा तो विपिन ने साथ जाने से मना करा दिया लेकिन अरूण ने जब उस पर दवाब दिया तो विपिन तैयार हो गया। इसके बाद ये दोनो अपने अपने वाहनो से गांव चूनसा पहुंचे तो गांव से बाहर जाने वाली चकरोड पर दूर से विपिन ने इशारा करके बताया कि वह अनिल की ट्यूवबैल है और बताकर विपिन वहां से अपनी स्कूटी लेकर चला गया। अरूण रात्रि करीब 23.00 बजे ट्यूवबैल पर पहुँचा तो अनिल को आवाज लगायी तो अनिल ऊपर छत से नीचे उतर कर ट्यूवबैल से बाहर आया। तब अरूण ने अनिल की गर्दन पकडकर खीचते हुए ट्यूवबैल के बाहर चारपाई पर गिरा लिया। अरूण ने लगातार अनिल की छाती व पसलियो पर गुस्से से अपने घूंसे व घुटनो से लगातार वार किये तथा एक हाथ से उसका मुँह भी दबा लिय़ा था। अरूण अनिल को तब तक पीटता रहा जब तक उसकी मृत्यु नही हो गयी । इसके बाद अरूण की चप्पल भी अन्धेरे मे इधर उधर हो गयी थी तो उसने अपने मोबाइल की टार्च जलाकर अपनी चप्पल तलाशी तो वही चारपाई के पास अनिल का मोबाइल व उसके दोनो कानो की सोने की बाली नीचे पडी दिखायी दी जिनको अरूण अपने साथ उठाकर ले गया और वापिस भाज्जू बिजलीघर पर आकर अपनी ड्यूटी करने लगा जिससे किसी को उस पर शक ना हो । अगले दिन अनिल की मृत्यु की सूचना पर अरूण अपने सहकर्मियो के साथ अनिल की ट्यूवबैल पर गया था परन्तु पुलिस को देखकर 10-15 मिनट रुककर वहा से अपने घर की ओर चल दिया। घर जाते वक्त अरूण ने रास्ते मे राजभर गढी के पास कृष्णा नदी मे मृतक अनिल का मोबाइल गहरे पानी मे फेंक दिया था।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना बाबरी की प्रभारी निरीक्षक सीमा शर्मा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक गौतम सिंह, उपनिरीक्षक सुनील कुमार, हैड कांस्टेबल अमित कुमार, कांस्टेबल सुमित कुमार, एसओजी के उपनिरीक्षक राहुल सिसौदिया, हैड कांस्टेबल नितिन त्यागी, ललित शर्मा, सुरेश, अनुज कुमार, रोहित, दीपक शामिल रहे।