पुलिस के छापे में बरामद हुई चलती फिरती यूनिवर्सिटी- दो अरेस्ट

मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन की अगुवाई में शहर कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए शहर के यूनिक प्लाजा से संचालित की जा रही चलती फिरती यूनिवर्सिटी बरामद की है। जहां विभिन्न बोर्डो व यूनिवर्सिटी के जाली सर्टिफिकेट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और सनद आदि रूपयों के बदले बनाकर दिए जाते थे।
शुक्रवार को पुलिस लाईन के सभागार में बुलाई गई प्रेसवार्ता में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया है कि शहर कोतवाल महावीर सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ शहर के रुड़की रोड स्थित यूनिक प्लाजा पर छापा मार कार्यवाही की।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत के पर्यवेक्षण एवं सीओ सिटी रामाशीष यादव की नेतृत्व में छापामार कार्रवाई करने वाली पुलिस ने यहां से उत्तरी लददावाला के रहने वाले मोहम्मद हसीन पुत्र मोहम्मद सलीम तथा मोहल्ला रहमत नगर खालापार के रहने वाले शादाब पुत्र शफीक को गिरफ्तार किया।
छानबीन किए जाने पर यूनिक प्लाजा के भीतर चलती फिरती यूनिवर्सिटी बरामद हुई। पुलिस ने मौके से दो टीएफटी मय वीजीए केबल, दो सीपीयू इंटेक्स, एक लैपटॉप विद चार्जर, एक कीबोर्ड, दो यूपीएस, एक एचपी प्रिंटर, दो माउस, दो पावर केबल के अलावा 11 मार्कशीट, 13 माइग्रेशन सर्टिफिकेट, 6 सनद, 134 विजिटिंग कार्ड, ग्लोबल यूनिवर्सिटी के 20 पंपलेट, दो एडमिशन ओपन कार्ड, फ्रेम में जडा ऑथराइजेशन लेटर सुभारती यूनिवर्सिटी, फ्रेम में जडा वेंकटेश्वर ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन का सर्टिफिकेट, फ्रेम में जडा एजुकेशन एम पावर सर्टिफिकेट आदि साजो सामान बरामद किया।

पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए दोनों शातिर किस्म के शिक्षा माफिया है जो एक संगठित गिरोह बनाकर फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाने एवं नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए लोगों का आर्थिक शोषण करते हैं। शातिरों द्वारा इंटरमीडिएट एवं हाईस्कूल के जाली शैक्षिक प्रमाण पत्र 30 से 40000 रुपए में गांव देहात के बच्चों को बेचे जाते थे।ं
एसएसपी ने चलती फिरती यूनिवर्सिटी बरामद करने वाली टीम में शामिल प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान, वरिष्ठ उप निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिरोही, उप निरीक्षक देवा सिंह, हेड कांस्टेबल शिव ओम भाटी, कांस्टेबल जितेंद्र तथा अशफाक के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए पूरी टीम की पीठ थपथपाई है।