12 घंटे में ही मोबाइल चोरी के मामलों का खुलासा- दर्जनों मोबाइल
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ताबड़तोड़ अभियान के अंतर्गत शहर कोतवाली पुलिस ने मोबाइल चोरी के मामलों का 12 घंटे के भीतर ही अनावरण कर दो शातिर चोरों को तकरीबन दर्जन भर चोरी के मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों के कब्जे से अवैध शस्त्र एवं बाइक भी बरामद की गई है।
बुधवार को शहर कोतवाली पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत के पर्यवेक्षण एवं सहायक पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्र अधिकारी नगर आयुष विक्रम सिंह के नेतृत्व में थाना प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ दो शातिर मोबाइल चोरों को गिरफ्तार किया है।
दोनों के कब्जे से इसी महीने की 5 अप्रैल को चोरी हुए दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। 12 घंटे के भीतर मोबाइल चोरी की इन वारदातों का खुलासा करने वाली पुलिस ने शाहरुख उर्फ सारिक पुत्र मुरसलीन निवासी टांडा भनेड़ा थाना मंगलौर हरिद्वार तथा दीपक पुत्र सतीश निवासी ग्राम सेद नगला थाना चरथावल मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस को दोनों के कब्जे से विभिन्न कंपनियों के चोरी किए गए 11 मोबाइल फोन, 315 बोर का एक तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक बाइक तथा चोरी किए गए 250 रुपए बरामद किए हैं।
शहर कोतवाल महावीर सिंह चौहान की अगुवाई में दोनों शातिर चोरों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में शामिल उपनिरीक्षक मानवेंद्र सिंह भाटी, उप निरीक्षक शैलेंद्र सिंह सिरोही, हेड कांस्टेबल रोहताश कुमार, हेड कांस्टेबल अनिल चौधरी, कांस्टेबल सचिन कुमार तेवतिया, कांस्टेबल मोहम्मद इशफाक खान एवं कांस्टेबल मुनेंद्र सिंह की टीम को पूछताछ में दोनों बदमाशों ने बताया है कि मोबाईल फोन 1.रियलमी, 2.रेडमी 3.गूगल पिक्सल कम्पनी को दिनांक 31.03.2023 को ग्राम कछौली व मोबाईल फोन 1.सैमसंग, 2.वीवो कन्पनी व नगदी 250 रुपये को ग्राम पीनना के अलग-अलग घरो से चोरी किए गए थे।
साथ ही बरामद अन्य मोबाईल फोन व मोटरसाईकिल डिस्कवर के बारे में बताया कि हम लोग अलग अलग गांव में जाकर जो मकान गांव से बाहर की तरफ बने होते है, उन मकानों में चोरी छिपे घुसकर मोबाईल फोन आदि चोरी कर लेते है तथा यह मोटरसाईकिल भी हमने ऐसे ही चोरी की थी, जिसकी पहचान छिपाने के उद्देश्य से मोटरसाईकिल की नम्बर प्लेट उतार कर इंजन व चौचिस नम्बर मिटा दिये।
बरामद तमंचे के सम्बन्ध मे बताया कि हम लोग इस तमंचे को घटना करते समय अपने बचाव हेतु रखते है।