संस्मरणः हैवान बना इंसान तो दरोगा राहुल ने शीघ्र दिलाया पीड़िता को इंसाफ
शामली। कुछ लोग इतने बड़े हैवान होते हैं कि हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए बच्ची तक को भी अपना शिकार बना लेते हैं। एक ऐसी ही घटना हुई शामली जिले के थाना आदर्शमंडी क्षेत्र के एक मैरिज होम में, जहां पर सिर्फ 6 साल की मासूम बच्ची के साथ एक अपराधी ने रेप की घटना को अंजाम दिया था। ऐसे गुनाहगारों को उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रभावी पैरवी के चलते अल्प समय में सजा मिल रही है।
जब किसी के साथ घटना कारित हो जाती है तो उसके और उसके परिवार के दिल में एक ही आवाज गूंजती है वो होती है सिर्फ इंसाफ। ऐसे स्थिति में पीड़ित परिवार व आमजन को पुलिस पर यह भरोसा रहता है कि पुलिस उनके विरूद्ध कार्रवाई कर आरोपी को न्यायालय के सामने पेश करेगी, जिस पर दोष सिद्ध होने पर अदालत उस अपराधी को सजा सुनायेगी।
जब 6 साल की मासूम बच्ची के साथ घटना घटी तो उस दौरान उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया थाना आर्दशमंडी के थानाध्यक्ष थे। थाना आदर्शमंडी के तत्कालीन थानाध्यक्ष राहुल कुमार सिसोदिया ने एफआईआर दर्ज करने के बाद केस की प्रभावी पैरवी की, जिसका ही परिणाम था कि सिर्फ 54 दिनों के भीतर दोषी को उम्रकैद की सजा और पीड़िता को इंसाफ मिल गया था। उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया द्वारा अल्प समय में दिलाई गई दोषी को सजा और उनके जीवन परिचय पर पेश है खोजी न्यूज की रिपोर्ट...
गौरतलब है कि राहुल कुमार सिसोदिया का जन्म उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के पिलखुवा में 2 मार्च 1991 को हुआ था। उनके पिता का नाम प्रेमपाल सिंह और उनकी माता का नाम इन्द्रा है। उनके पिता भी यूपी पुलिस में कांस्टेबल रहे। राहुल कुमार सिसोदिया की एक बहन भी है। राहुल कुमार सिसोदिया की प्रांरभिक शिक्षा दिल्ली के एक प्राइवेट स्कूल से हुई और 9वीं से 12वीं तक की शिक्षा दिल्ली के ही एक सरकारी स्कूल से हुई है। इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने जी.पी.टी.यू से बीटेक किया। इसके पश्चात उन्होंने एक साल का रिमोट सेंसिंग एंड जीआईएस डिप्लोमा किया।
राहुल कुमार सिसौदिया मैप माय इंडिया ओखला में इंटर्नशिप कर रहे थे। इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस की दरोगा की परीक्षा में सफलता हासिल कर उपनिरीक्षक बन गये। साल 2016 बैच के उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया की पहली पोस्टिंग जनपद सीतापुर में की गई थी। सीतापुर से तबादला होने के बाद राहुल कुमार सिसोदिया को जनपद बदायूं भेजा गया, जहां पर उन्हें अंडरट्रेनी के रूप में बिसौली चौकी इंचार्ज बनाया गया। इसके बाद राहुल कुमार सिसोदिया ने सिविल ज्वाहरपुरी चौकी प्रभारी, कस्बा चौकी इंचार्ज, बगरेन चौकी प्रभारी के तौर पर पुलिसिंग की।
मेरठ जोन में एंट्री होने के बाद राहुल कुमार सिसोदिया के हिस्से में सहारनपुर रेंज का शामली जिला आया। शामली जिले में आने के बाद राहुल कुमार सिसोदिया की साइबर सेल में पोस्टिंग हुई। इसके बाद शामली पुलिस कप्तान ने एसटी तिराहा चौकी का प्रभार राहुल कुमार सिसोदिया के हाथों में दिया, जहां पर दो साल तक कार्यरत रहे। इसके पश्चात राहुल कुमार सिसोदिया को थाना कैराना की यमुना ब्रिज चौकी की जिम्मेदारी दी गई। शामली पुलिस कप्तान ने राहुल कुमार सिसोदिया की पुलिसिंग को देखते हुए उन्हें थाना आदर्श मंडी का थानाध्यक्ष बनाया था। यहां से तबादला करते हुए उनको एसओजी टीम में भेजा गया। अब वर्तमान में उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया मुजफ्फरनगर जिले की सीमा से सटे हुए बाबरी थाने की कमान संभाले हुए हैं।
गौरतलब है कि शामली जिले के थाना आदर्शमंडी क्षेत्र के करनाल हाईवे मार्ग पर स्थित एक मैरिज होम में 26 जून 2023 को हो रहे शादी समारोह में शामिल होने के लिये थाना बाबरी क्षेत्र का एक परिवार शामिल होने के लिये आया था। मैरिज होम की छत पर 6 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया था। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी। इस घटना पर संज्ञान लेते हुए आदर्शमंडी के तत्कालीन थानाध्यक्ष राहुल कुमार सिसोदिया ने मुकदमा पंजीकृत कर तत्काल आरोपी आदिल पुत्र शमीम निवासी गांव टिटौली थाना आदर्शमंडी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था।
पुलिस महानिदेशक द्वारा चलाये जा रहे ‘‘ऑपरेशन कनविक्शन‘‘ अभियान के तहत शामली पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया ने बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के केस की प्रभावी पैरवी की थी। आदर्शमंडी के तत्कालीन थानाध्यक्ष राहुल कुमार सिसोदिया की प्रभावी पैरवी के चलते नाबालिग बच्ची के साथ रेप की घटना को अंजाम देने वाले दोषी FIR दर्ज होने के दिन से लेकर सिर्फ 54 दिनों के भीतर सजा मिली थी। एडीजे स्पेशल पॉक्सो कोर्ट कैराना द्वारा दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। साथ ही अदालत द्वारा दोषी को 21 हजार रूपये के अर्थदंड से भी दण्डित भी किया गया था। दोषी को अल्प समय में सजा मिलने के बाद आदर्शमंडी पुलिस की चहुंओर प्रशंसा की गई थी। पीडित परिवार ने उपनिरीक्षक राहुल कुमार सिसोदिया के पास आकर उन्हें इसके लिये थैंक यू बोला था।