लूट के बाद टाटा स्टील के अफसर का मर्डर करने वाला एनकाउंटर में ढेर
गाजियाबाद। टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस हेड की लूट के बाद हत्या करने वाले वांटेड बदमाश को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर ठिकाने लगा दिया है। सीने में गोली लगने से लहूलुहान हुए हत्यारोपी को इलाज के दौरान चिकित्सकों ने अमृत डिक्लेयर कर दिया। बदमाश का मुकाबला करते हुए एक सब इंस्पेक्टर के हाथ में भी गोली लगी है। इस दौरान ढेर हुए बदमाश का एक साथी मौके से फरार होने में कामयाब रहा है।
शुक्रवार की सवेरे साहिबाबाद थाना क्षेत्र के अर्थला इलाके में चेकिंग कर रही पुलिस की उस समय बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई, जब दिल्ली की तरफ से बाइक पर सवार होकर आ रहे दो संदिग्ध पुलिस को दिखाई दिए।
चेकिंग कर रही पुलिस ने जब बाइक सवारों को रुकने का इशारा किया तो वह अपनी बाइक को रोकने के बजाय चेकिंग कर रही पुलिस पर फायरिंग करते हुए वहां से भागने लगे। पुलिस ने मैसेज को वायरलेस पर फ्लैश करते हुए बाइक पर सवार होकर भाग रहे बदमाशों की घेराबंदी करनी शुरू कर दी। इस दौरान दोनों तरफ से गोलियां चल रही थी, जो बदमाश बाइक चला रहा था, पुलिस की एक गोली उसके सीने में जाकर धंस गई और वह लहूलुहान होकर पार्श्वनाथ की अंदर बिल्डिंग के बंद गेट के सामने बाइक समेत गिर गया।
बाइक के जमीन पर गिरते ही पीछे बैठा बदमाश जंगलों की तरफ भाग निकला। मुठभेड़ के दौरान सब इंस्पेक्टर मंगल सिंह हाथ में गोली लगने से जख्मी हो गए। बदमाश के जमीन पर गिरते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मुठभेड़ में घायल हुए सब इंस्पेक्टर मंगल सिंह और बदमाश को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान बदमाश की मौत हो गई।
बदमाश की पहचान अक्की उर्फ दक्ष के रूप में की गई है जो दिल्ली के सीलमपुर का रहने वाला था। सब इंस्पेक्टर का अभी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। पुलिस को अक्की के पास से पिस्टल तथा दिल्ली से चोरी की गई बाइक तथा 3 मई की देर रात टाटा स्टील के बिजनेस हेड विनय त्यागी से लूट गया मोबाइल बरामद किया है।
उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस और विनय त्यागी की 3 मई की देर रात उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह घर लौट रहे थे। इस दौरान बदमाशों ने पहले विनय त्यागी के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया और विरोध किए जाने पर उनका मर्डर कर दिया। पुलिस के मुताबिक स्मैक के नशे में बेहाल अक्की ने ही विनय त्यागी से लूट और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद से ही दक्ष फरार चल रहा था।