हर साल 40 करोड़ की नकली किताबें खपाने वाला माफिया अरेस्ट
बरेली। बाजार में खाने पीने की वस्तुओं में ही मिलावट नहीं हो रही है बल्कि बच्चों को शिक्षित करने वाली किताबों का भी नकली संस्करण छापकर बाजार में खा पाया जा रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तकरीबन आधा दर्जन से अधिक जनपदों में एनसीईआरटी की नकली किताबें छापकर उन्हें बाजार में खपाने वाले नकली किताब माफिया को पुलिस द्वारा दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से मेरठ के टीटी नगर थाने में पूछताछ की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण की अगुवाई में मेरठ पुलिस ने शनिवार की देर रात मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र में छापामार कार्यवाही करते हुए बरेली के रहने वाले नकली किताब माफिया सचिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है जो भाजपा के एक पूर्व विधायक का करीबी होना बताया जा रहा है।
तकरीबन 1 माह पहले बरेली के भोजीपुरा इलाके में पुलिस द्वारा नकली किताबों की फैक्ट्री बरामद की गई थी, तकरीबन ढाई साल पहले भी मेरठ में 450000000 रुपए की नकली किताबों का जखीरा बरामद किया गया था।
इस मामले में सचिन गुप्ता और संजीव गुप्ता का नाम सामने आया था। इसके बाद भूमिगत हुए दोनों भाई अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत से स्टे ले आए थे। पुलिस ने शनिवार की देर रात बरेली, अमरोहा, हापुड एवं मेरठ में एक साथ दबिश देकर सचिन गुप्ता की सरगर्मी से तलाश की सचिन गुप्ता मेरठ से पुलिस के चढ गया है।