वाटर प्लांट में शराब का कारोबार- पंचायत चुनाव में होनी थी खपत

वाटर प्लांट में शराब का कारोबार- पंचायत चुनाव में होनी थी खपत

मेरठ। उत्तर-प्रदेश में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान भारी मात्रा में खपत के इरादे से आरओ वाटर प्लांट की आड़ में चलाई जा रही नकली शराब फैक्ट्री का खुलासा करते हुए पुलिस ने भारी मात्रा में नकली शराब और नकली शराब बनाने का साजो-सामान बरामद किया है। पुलिस ने समाज विरोधी इस मामले में प्लांट के मालिक समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

शुक्रवार को आबकारी विभाग और जनपद की परतापुर पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के ग्राम भूडबराल में पलक वाटर प्लांट में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री चलाई जा रही है। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर आशुतोष दुबे ने परतापुर पुलिस को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताए गए आरओ वाटर प्लांट पर छापामार कार्रवाई की। आबकारी विभाग और पुलिस ने प्लांट के बाहर ताला लगा हुआ देखकर जब उसे तोड़ा तो अंदर के नजारे को देखकर आबकारी और पुलिस विभाग टीम की आंखें फटी रह गई। मौके से 450 लीटर कच्ची शराब, कैरेमल कलर, 16000 खाली और 1080 भरे हुए पव्वें, 13000 ढक्कन, 135000 बार कोड सहित 16 ड्रम केमिकल और शराब आपूर्ति करने में प्रयोग होने वाला एक छोटा हाथी ट्रक और एक बाइक भी बरामद की गई। आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर आशुतोष दुबे ने बताया कि इस मामले में प्लांट के मालिक गांव भूडबराल निवासी सुभाष और 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरओ वाटर प्लांट की आड में चलाई जा रही शराब फैक्ट्री से नकली शराब तैयार करके पंचायत चुनाव में आपूर्ति की जानी थी। लेकिन आबकारी और पुलिस विभाग की सजगता से समय रहते इसका खुलासा कर दिया गया।

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