कोतवाली पुलिस को मिली सफलता - पकड़ी सबसे बडी असलाह फैक्ट्री
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए प्रथम चरण में हो रहे चुनाव को जनपद में शांति सुरक्षा एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने में लगे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में शहर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अब तक की सबसे बड़ी अवैध शस्त्र फैक्ट्री बरामद की है। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करते हुए मौके से भारी मात्रा में बने और अधबने तमंचों के अलावा बंदूक एवं पोनिया बंदूक बरामद की है। अवैध रूप से शस्त्र बना रहे लोगों द्वारा इन हथियारों को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर खपाया जाना था और ऑर्डर के तौर इनका निर्माण किया जा रहा था। फैक्ट्री बरामद करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अलावा एडीजी जोन की ओर से भी पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव एवं एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय की अगुवाई में विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 को सकुशल संपन्न कराने के लिए अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही शहर कोतवाली पुलिस की सफलता में उस समय एक बड़ा तमगा जुड़ गया, जब पुलिस ने बडकली गांव के जंगल में आम के बाग में नींबू के पेड़ के नीचे चलाई जा रही अब तक की सबसे बडी अवैध शस्त्र फैक्ट्री को बरामद कर लिया। पुलिस ने मौके से शस्त्र बना रहे राजेश उर्फ रजनीश निवासी होशियारपुरी बुढ़ाना मोड़ मुजफ्फरनगर, सरफराज पुत्र असलम निवासी मोहल्ला किदवई नगर मुजफ्फरनगर तथा शाहिद उर्फ ढौला पुत्र नसीम निवासी दरोगा की कोठी खालापार मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस के आने की भनक मिलते ही आदिल पुत्र जाहिद उर्फ जिददू निवासी शहीद चौक खालापार मुजफ्फरनगर तथा अफसार पुत्र जुल्फिकार निवासी फिरदोस नगर दक्षिणी खालापार मौके से फरार हो गए। पूछताछ किए जाने पर पकड़े गए आरोपियों ने बताया है कि वह और उनके भागे हुए साथी अवैध रूप से हथियार बनाने का काम करते हैं। अवैध रूप से चलाई गई फैक्ट्री में बनाए गए हथियारों को बेचकर मिले मुनाफे को आपस में बांट लेते हैं। फैक्ट्री में बनाए जा रहे तमंचे और बंदूक तथा राइफल आगामी विधानसभा चुनाव के चलते उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब आदि में मांग के मुताबिक तैयार करके हमें ग्राहकों को देने थे। पुलिस ने बरामद की गई शस्त्र फैक्ट्री से 151 तमंचे अधबने 315 बोर, 48 तमंचे अधबने 12 बोर, 18 पौनिया 12 बोर अधबने, 02 बन्दूक 315 बोर, 03 बन्दूक 12 बोर, 03 पौनिया 12 बोर, 04 तमंचे 315 बोर, 02 तमंचे 12 बोर, 10 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 04 जिन्दा कारतूस 12 बोर, 05 खोखा कारतूस 315 बोर, 04 खोखा कारतूस 12 बोर बरामद किये है। इसके अलावा अवैध हथियार बनाने में प्रयुक्त पार्टस के रूप में तमंचे के कुल 44 पीस लोहा, 28 गुटके 12 बोर, तमंचे की फायरिंग पिन वाली, 86 गुटके 315 बोर तमंचे की फायरिंग पिन वाली, 15 तमंचे की अधबनी बाडी, 14 फायरिंग पिन, 150 स्प्रिंग, 16 बडी व छोटी रिपिट, 38 ट्रिगर, 21 हैमर, 70 लकडी की चाप और शस्त्र बनाने के काम आने वाली मशीन व औजारों में शामिल 06 आरी, 30 आरी ब्लेड, 05 सिंडासी , 01 चूडी काटने वाला टब, 03 छोटी हथौडी, 01 बडा हथौडा, 04 प्लास, 05 चाबी, 03 गोटी चाबी टी टाईप, 05 पेंचकस, 07 रेती, 05 पाने, 02 गोटी चाबी एल टाईप, 04 छैनी, 01 कौआ रिंच, 02 तेल की कुप्पी, 01 हाथ वाली ड्रिल मशीन, 04 बरमा, 01 डिब्बा पेचकस औजार, 01 लोहे का इंचटेप, 02 बड़ी चाबी पेंच खोलने वाली, 03 लोहे की पत्ती, 01 कैंची, 52 ग्लेण्डर के ब्लेड काटने वाले, 25 ग्लेण्डर के ब्लेड घिसने वाले, 01 ग्लेण्डर मशीन, 01 वैल्डिंग मशीन, 02 लकडी के बडे गुटके, 01 लोहे का गुटका, 01 वैल्डिंग रोड का डिब्बा, 50 मीटर केबल, 01 बल्ब व 01 होल्डर आदि साजो सामान बरामद किया गया है।
बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा, उप निरीक्षक प्रवेश कुमार शर्मा एवं अखिल चौधरी, हेड कांस्टेबल अशोक खारी एवं जयप्रकाश सिंह तथा जितेंद्र त्यागी, कांस्टेबल प्रशांत चौधरी, कपिल कुमार, मोहम्मद अलीम, तरुण पाल, संदीप चौधरी एवं सचिन तेवतिया शामिल रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने शस्त्र फैक्ट्री को बरामद करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में अवैध हथियार एवं उन्हें बरामद करने वाली टीम को 25000 रूपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है। उधर एडीजी मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल की ओर से भी पुलिस टीम को 50000 रूपये के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।