अपह्त चिकित्सक छात्र नोएडा से बरामद- चिकित्सक ने कराया था अपहरण
नोएडा। 70 लाख रूपये की फिरौती के लिये गोंडा से अपह्त किये गये चिकित्सक छात्र को पुलिस ने बरामद करते हुए अपहरण के मास्टर माइंड डाॅक्टर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये लोगों के कब्जे से पिस्टल, कारतूस, कार और नशे के इंजेक्शन बरामद हुए हैं।
गौरतलब है कि विगत 18 जनवरी को निखिल हालदार पुत्र नील रतन हालदार निवासी सत्संग नगर काॅलोनी काशीजोत, थाना पयागपुर , जनपद बहराईच के पुत्र गौरव हालदार, जो कि एससीपीएम काॅलेज गोण्डा में बीएएमएस की शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। छात्र का बदमाशों ने फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था, जिसके संबंध में थाना कोतवाली नगर, जनपद गोण्डा पर मुकदमा पंजीकृत हुआ। इस सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश करने के लिये उच्चाधिकारियों द्वारा सहयोग प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही के लिये निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में एसटीएफ पुलिस अधीक्षक कुलदीप नारायण के नेतृत्व में एसटीएफ गौतमबुद्धनगर की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान मुखबिर एवं विश्वसनीय सूत्रोें से ज्ञात हुआ कि थाना कोतवाली , नगर जनपद गोण्डा पर पंजीकृत मुकदमें से सम्बन्धित आरोपी मय अपहृत के दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में मौजूद है। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई गौतमबुद्धनगर राजकुमार मिश्रा के नेतृत्व एवं पुलिस उपाधीक्षक विनोद सिंह सिरोही के निर्देशन में निरीक्षक सौरभ विक्रम सिंह, उपनिरीक्षक राकेश कुमार सिंह , उपनिरीक्षक ब्रहम प्रकाश, एसटी एफ गौतमबुद्धनगर की टीमों का गठन कर पतारसी - सुरागरसी में लगाया गया। 20 जनवरी को जनपद गोण्डा के निरीक्षक सुधीर कुमार एसटीएफ नोएडा ऑफिस में आये, जिनके साथ अभिसूचना संकलन को साझा किया गया । तत्पश्चात अपहृत गौरव हालदार की सकुशल बरादमी एवं अपराधियों के सम्बन्ध में संयुक्तरूप से अभिसूचना संकलन करने हेतु टीमों को भ्रमणशील किया गया । भ्रमण के दौरान ज्ञात हुआ 21 जनवरी को अपराधियों द्वारा पुनः अपहृत गौरव हालदार को छोड़ने की एवज में 70 लाख रूपयो की मांग की गयी।
इस सूचना को उप निरीक्षक राकेश कुमार सिंह चैहान द्वारा विकसित किया गया और मुखबिर एवं विश्वसनीय रूप से ज्ञात हुआ कि अपहरणकर्ता फिरौती के रूपये लेने के लिए एनसीआर क्षेत्र से लखनऊ की तरफ जाने वाले हैं । तदुपरान्त एसटीएफ की टीमों एवं गोण्डा पुलिस के संयुक्त आपरेशन द्वारा थाना एक्सप्रेस-वे पर डिजायर गाडी को रोकने का प्रयास किया गया, जिस पर बदमाशों द्वारा पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर किया गया। पुलिस ने स्वयं का बचाव करते हुए मुठभेड के बाद तीन बदमाशों को पकड़ लिया। पुलिस ने गाडी की तलाशी लेते हुए पिछली सीट के नीचे छिपाये गये अपहृत गौरव हालदार को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ पर अभियुक्त डा.अभिषेक सिंह ने बताया कि उसने वर्ष 2013-14 में राजीव गाँधी यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ बंगलौर से बीएएमएस पास किया है। उसकी बुआ की शादी पयागपुर, जनपद बहराइच में हुईह है, जिनका लडका रोहित है,इसीलिए उसका रोहित पुराना जानकार और परिचित है। इसी प्रकार मोहित सिंह , राकेश सिंह निवासी गाँव सराय नवाबगंज गोण्डा साला है। बताया कि उसका गोपा सराय, नवाबगंज गोण्डा में पुराना घर भी है जहाँ उसका आना-जाना है। डा.अभिषेक सिंह इसी कारण से मोहित सिंह को राकेश सिंह के माध्यम से जानता था। मोहित सिंह, करोल बाग में एक कपड़े की दुकान पर काम कर रहा था। बताया कि वह नजफगढ, दिल्ली में जिस जिम में कसरत करता था, उसी जिम में नीतेश भी जिम करने आता था, इसलिए हम दोनों एक दूसरे से परिचित थे। नीतेश मुख्य रूप से बैंक फ्रॉड, इन्शयोरेन्स फ्रांड करने का काम करता है और इससे जुड़े कई लडके हैं जो कॉल करके इन्श्योरेस, होम लोन आदि के नाम पर ठगी करते हैं और नितेश ने ही इस पूरे अपहरण काण्ड में फेक आईडी पर जारी कराये गये सिम आदि उपलब्ध कराये थे । बताया कि वर्तमान में डा.अभिषेक सिंह नजफगढ , नांगलोई रोड पर स्थित राठी अस्पताल में काम करता है और इसी अस्पताल में डा.प्रीति मेहरा, जो बीएएमएस है वह भी काम करती है। इसी कारण से एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते थे। उल्लेखनीय है कि इस पूरे अपहरण काण्ड का मास्टर माइंड डा.अभिषेक सिंह है, जिसने रोहित के माध्यम से टारगेट का चुनाव किया था और फिर डा. प्रीति के माध्यम से अपहृत गौरव हालदार को फोन कराना प्रारम्भ कर दिया तथा दो-तीन दिन में ही गौरव हालदार को जनपद गोण्डा में कही मिलने के लिए राजी कर लिया। इसके पश्चात 17 जनवरी को डा.अभिषेक सिंह अपनी गाडी संख्याः यूपी-16-एएच-6767 स्विफ्ट डिजायर को लेकर दिल्ली से रोहित , मोहित सिंह, नीतेश एवं डा.प्रीति मेहरा के साथ निकल थे और 18 जनवरी की सुबह लखनऊ पहुंच गये थे , वहाँ पर रोहित उतरकर बस से गोरखपुर की तरफ चला गया और शेष चारों लोग अपराह्न में जनपद गोण्डा पहुँच गये और फिर एक राहगीर से फोन लेकर डा. प्रीति मेहरा ने अपहृत गौरव हालदार को बुलाकर जबरदस्ती अपनी गाडी में डाल लिया। , फिर डा.अभिषेक सिंह ने अपहृत गौरव हालदार को नशे का इंजेक्शन लगाया और अपहृत गौरव हालदार को दिल्ली ले आये। इसके पश्चात अपहृत गौरव हालदार को दिल्ली में डा.अभिषेक सिंह के फ्लैट पर रखा गया और समय-समय पर अपहृत गौरव हालदार को नशे का इंजेक्शन देते रहें। 70 लाख रूपये की फिरौती मांगने का काम नीतेश एवं रोहित द्वारा किया जाने लगा था। गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना एक्सप्रेस-वे गौतमबुद्धनगर में दाखिल कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही हैं ।