खाकी का शिंकजा- तीन आरोपियों सहित पकड़े 15 लाख रूपये के अवैध पटाखे
शामली। पुलिस अधीक्षक अभिषेक के नेतृत्व में झिंझाना थानाध्यक्ष वीरेन्द्र कसाना ने पुलिस टीम के साथ मिलकर तीन आरोपियों को दबोचा है। पुलिस ने आरोपियों के पास से तकरीबन 15 लाख रूपये के पटाखों सहित एक गाड़ी बरामद की। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये आरोपियों के खिलाफ थाने पर लिखा-पढ़ी करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।
थाना झिंझाना पुलिस द्वारा ग्राम टपराना मे अवैध पटाखे रखे हुए की सूचना पर कार्यवाही करते हुए 258 पेटी कार्टून विस्फोटक/आतिशबाजी सामग्री व एक मैक्स पिकअप गाड़ी सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 258 पेटी कार्टून विस्फोटक/आतिशबाजी सामग्री (जब्त किये गये कुल अवैध पटाखो की अनुमानित मूल्य- 15 लाख रुपये) सहित एक मैक्स पिकअप गाड़ी बरामद की। गिरफ्तार किये गये आरोपियों के नाम दर्शन सिंह पुत्र रब्बी सिंह निवासी ग्राम दीडबा थाना दीडबा जनपद संगरूर पंजाब, महबूब पुत्र शौकत निवासी कांजीवाडा थाना कोतवाली शामली और सतनाम पुत्र मगधर सिंह निवासी ग्राम दीडबा थाना दीडबा जनपद संगरूर पंजाब है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों के 3 साथी नफीस, मासूम अली व रियासत फरार है, जिनकी गिरफ्तारी हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। शीघ्र ही गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी।
पुलिस को पूछताछ में आरोपी महबूब पुत्र शौकत निवासी कांजीवाडा थाना कोतवाली जनपद शामली ने पूछने पर बताया गया कि मेरे पिता जी की मृत्यु करीब एक वर्ष पूर्व हो चुकी है। मेरे पिताजी के नाम पर आतिशबाजी निर्माण का लाईसेंस था। मेरे पिताजी की मृत्यु के पश्चात आतिशबाजी निर्माण का लाईसेंस का नवीनीकरण नही कराया जा सका, जिस कारण से लाईंसेस को निरस्त कर दिया गया परन्तु मैं आतिशबाजी निर्माण का काम जानता था। इसी लालच मे आकर आर्थिक लाभ अर्जित करने के लिये आतिशबाजी का निर्माण कर रहा था तथा अपने पिता के नाम पर पंजीकृत लाईसेंस के आधार पर मैने अपनी फैक्ट्री CHANDA FIRe~ WORKS मे अपने भाई रियासत व अन्य 4 साथियो 1. दर्शन सिंह पुत्र रब्बी सिंह 2. सतनाम पुत्र मगधर सिंह 3. नफीस पुत्र अब्दुल राव 4. मासूम अली पुत्र सदाकत के साथ मिलकर आतिशबाजी का निर्माण कराकर अपने साथी नफीस के घर मे व मासूम अली की दुकान मे भंडार कर रखा था। हम आतिशबाजी तैयार कर आस पास के राज्य हरियाणा, पंजाब राजस्थान मे सप्लाई करते है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष वीरेन्द्र कसाना, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार, हैड कांस्टेबल खालिद अखलाक, कांस्टेबल विकेन्द्र कुमार, मोनू देशवाल और अंकित मावी शामिल रहे।