कविता हत्याकांड: प्रेम संबंधों में मिली बेवफाई तो कर दी हत्या
फिरोजाबाद। एसपी ने कविता हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की बेवफाई के चलते छुरी से गर्दन पर वार करके उसकी हत्या कर दी थी। सबसे खास बात यह है कि इस मामले में जिसे नामजद किया गया था, वह पुलिस जांच में पूरी तरह से निर्दोष साबित हुआ। प्रेम त्रिकोण में हुई हत्या के असली दोषी को पुलिस ने जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
एसपी फिरोजाबाद अजय कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि विगत 2 जनवरी को शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गांव नंगला हैन्डिल निवासी कविता की उसके ही घर में घुसकर धारदार हथियार से गले पर वार करके हत्या कर दी गई थी। इस मामले के खुलासे के लिए एसपी देहात राजेश कुमार के पर्यवेक्षण में तीन टीमें लगाई गई थीं। मृतका के पति द्वारा एक व्यक्ति के विरूद्ध नामजद तहरीर दी गई थी। पुलिस ने जब अपनी विवेचना शुरू की, तो आरोपित व्यक्ति से पूछताछ की गई, लेकिन पुलिस जांच में उसके खिलाफ कोई ऐसा क्लू नहीं मिला, जिससे कि उसका दोष सिद्ध होता हो। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति से हर तरह से पूछताछ की, लेकिन हर बार वह निर्दोष साबित हुआ। इस पर पुलिस ने अलग तरह से मामले की जांच शुरू कर दी। इसी बीच जांच के दौरान पुलिस को शफीक पुत्र नसीर निवासी कटरा मीरा थाना शिकोहाबाद पर शक हुआ। पुलिस ने जब उसकी काॅल डिटेल निकलवाई और उसका गहन विश्लेषण किया, तो पुलिस का शक और पुख्ता हो गया। इस पर पुलिस ने आरोपी शफीक को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
एसपी अजय कुमार ने बताया कि शफीक मीट बेचने का कार्य करता है। उसकी दुकान पर तेज धार वाली छुरी है, जिससे उसने कविता के गले पर वार करके उसकी हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर आला-ए-कत्ल छुरी भी बरामद कर ली।
एसपी अजय कुमार ने बताया कि यह प्रेम त्रिकोण का मामला है। शफीक के मृतका से प्रेम संबंध थे। वहीं मृतका कविता के किसी अन्य से भी संबंध थे, जब इसका शफीक को पता चला, तो वह इसे स्वीकार नहीं कर सका और उसने कविता की हत्या कर दी। वार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण राजेश कुमार भी मौजूद रहे। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी शिकोहाबाद सुनील तोमर, एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह शामिल रहे। एसपी ने कविता हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को बीस हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया।