ऐसा भी होता हैः पहले की शादी- फिर चूड़ियां तोड़ी- बनी विधवा
जालंधर। देश में भी बड़ी विचित्र घटनाएं होती हैं। ऐसी ही एक विचित्र घटना जालंधर से सामने आई है। यहां एक टीचर ने नाबालिक लड़के को एक सप्ताह तक अपने घर में रखा। उसने उससे शादी की, फिर खुद ही चूड़ियां तोड़ी और विधवा बन गई।
मामला जालंधर के बस्ती बावा खेल इलाके का है। एक महिला टीचर को उसके परिवार के पुजारी ने बताया कि उसे मांगलिक दोष है, इसीलिए उसकी शादी नहीं हो रही है। इस दोष को दूर करने के लिए उसे प्रतीकात्मक रूप से किसी नाबालिग लड़के से शादी करनी होगी। बस फिर तो टीचर पर जैसे ऐसा करने का भूत सवार हो गया। घर पर ट्यूशन पढ़ने वाले एक लड़के को उसने इस कार्य के लिए चुना। लड़के के मां-बाप से कहा कि एक सप्ताह तक वह उक्त लड़के को ट्यूशन पढ़ायेगी। उसकी जो भी कमी है, उसे दूर करने के लिए लड़के को एक सप्ताह तक उसके घर पर ही रहना होगा। 13 वर्षीय लड़के के मां-बाप भी इसके लिए तैयार हो गये। इस एक सप्ताह में टीचर ने नाबालिग से प्रतीकात्मक शादी की। नाबालिग लड़के का आरोप है कि टीचर के परिवार ने हल्दी और मेंहदी की रस्म भी की और सुहागरात का भी नाटक किया गया। इसके बाद टीचर ने शादी में पहनी गई चूड़ियों को तोड़ दिया और विधवा बनने का नाटक किया। इतना ही नहीं, विधवा होने पर शोक सभा का नाटक भी किया गया। बाद में जब लड़का अपने घर गया, तो उसने मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी। परिजनों ने मामले से पुलिस को अवगत कराया, तो पुलिस भी अलर्ट हो गई। बताया जाता है कि बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।