IPS प्रवीण का अभियान- मेरठ रेंज में लुटेरों के घर पर POLICE देगी दस्तक
मेरठ। पिछले साढ़े तीन साल से मेरठ जोन में बदमाशों के साथ खाकी ने जो जौहर दिखाया है, वह काबिले तारीफ है। इसी जोन में पुलिस के क्रेक डाउन ने यूपी में अपराध के ग्राफ को ब्रेक लगाने का काम किया है। यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में गुड पुलिसिंग में अग्रणी रहने वाला मेरठ जोन एग्रीसिव पुलिसिंग में कमाल का रिजल्ट देने वाला साबित हुआ है। यहां पर योगीराज में जिन अफसरों को तैनात किया गया, उन्होंने हर पैमाने पर खुद को साबित किया है। एडीजी आनंद कुमार, इनके बाद एडीजी प्रशांत कुमार और अब एडीजी राजीव सभरवाल के नेतृत्व में आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने मेरठ रेंज में बदमाशों को बदहवास करने के लिए इंटेलिजेंस पुलिसिंग को पुख्ता करने का काम किया है। बदमाशों से लोहा लेती मेरठ रेंज की पुलिस ने अब शातिर लुटेरों के घरों पर दस्तक देने की तैयारी की है। इसके लिए आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने फुल प्रूफ प्लान बनाकर रेंज के सभी पुलिस कप्तानों को भेजा है। इसमें लुटेरों की जेल से घर घर तक की निगरानी करने का काम पुलिस करेगी।
कोरोना संक्रमण के संकट के बाद जब बेपटरी हुआ जीवनचक्र पुनः पटरी पर लौटा तो अचानक ही उत्तर प्रदेश में संगीन आपराधिक वारदातों में इजाफा होता नजर आया। लूट, हत्या और चोरी की वारदातें अचानक ही बढ़ने लगी, तो मेरठ जोन भी इन आपराधिक घटनाओं से कुछ अछूता नहीं रहा। जोन के कई जिलों में लूट की संगीन वारदातों ने पुलिस को चुनौती पेश की और कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे। ऐसे में मेरठ रेंज में पुलिसिंग को बेहतर बनाते हुए अपराध को थामने के लिए अपराधियों की निगरानी बढ़ाने का प्लान बनाया गया।
मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने इसके लिए ऐसा फुल प्रुफ प्लान किया, जिसमें अपराधी और उनके जमानती दोनों ही पुलिसिया निगरानी की जद में आ गये हैं। आईजी प्रवीण कुमार ने लूट की वारदात बढ़ने पर शातिर लुटेरों की कुंडली तैयार करने का आदेश दिया और इसके साथ ही मेरठ रेंज के सभी जिलों में एक नये सिरे से 'इंटेलिजेंस पुलिसिंग' को शुरू कर दिया गया। आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने अपने इस आदेश में लिखा कि सभी पुलिस कप्तानों को अपने अपने जनपदों में एक जनवरी 2020 से अब तक इसकी जानकारी देंगे कि उनके जनपद में लूट की कितनी वारदात हुई हैं। इनमें से कितनी घटनाओं का अनावरण पुलिस द्वारा किया जा चुका है। इन अनावरण में लूट की वारदात में गये माल और सामान में से पुलिस टीम द्वारा कितनी बरामदगी की गयी। घटना में जेल भेजे गये लुटेरे आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्यवाही की गयी या नहीं, इन घटनाओं में कितने आरोपी जेल में गये, कितने अभी भी फरार चल रहे हैं। इसके साथ ही आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने एसपी व एसएसपी से इन सभी आरोपियों का आपराधिक इतिहास जुटाने, जमानतियों की तस्दीक कराने, जमानतदारों पर जेल से छूटने के बाद गायब हुए अपराधियों पर दबाव बनाकर सरेंडर कराने, फरार अपराधियों की तलाश कराकर उनको गिरफ्तार करने की कार्यवाही तेजी से चलाने के निर्देश दिये है।
इसके साथ ही मेरठ रेंज के जनपदों में तैनात पुलिस अफसर इस बात की भी जानकारी जुटायेंगे कि वर्तमान में लूट की वारदातों के इन आरोपियों में से कौन कहां है और क्या कर रहा है। आईजी रेंज के ये आदेश सभी जिलों को पहुंचा दिये गये। आदेश मिलने के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लुटेरे बदमाशों की शामत आनी शुरू हो चुकी है। पुलिस इनके घरों पर दस्तक देकर उनकी कुंडली बनाने में जुट गयी है।
आईजी रेंज प्रवीण कुमार अपने इस नए अभियान को लेकर कहते हैं,''अपराधियों के खिलाफ इंटेलिजेंस पुलिसिंग इसलिए भी कारगर साबित होती रही है, कि पुलिस के इस कदम से अपराधियों पर उनकी निगरानी होने का मनोविज्ञानी दबाव बन जाता है। इसके साथ ही पुलिस के पास इन अपराधियों का सारा रिकार्ड भी अपडेट होता रहता है। रेंज के सभी जनपदों में यह अभियान सक्रियता के साथ चलवाया जा रहा है और इसके लिए वह स्वयं निगरानी कर रहे हैं। इस अभियान में जमानतियों की तस्दीक और निगरानी कराने के पीछे मुख्य कारण यही है कि ऐसे अपराधियों के विरुद्ध जमानत देने वालों के फर्जीवाडे को भी रोका जा सके और उन पर पुलिस निगरानी का दबाव बने।