पत्नी को मरवाने की चाहत में तांत्रिक के हाथों बलि चढ़े सिपाही की लाश...
मेरठ। पत्नी को मरवाने की चाहत में तांत्रिक के हाथों गंगा किनारे बलि चढ़े सिपाही की लाश का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। कांस्टेबल के शव को ढूंढने के लिए पुलिस और गोताखोर लगातार गंगा में सर्च अभियान चलाते हुए लाश को बरामद करने के प्रयासों में लगे हुए हैं।
जनपद मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में गंगा किनारे दिल्ली पुलिस के सिपाही गोपीचंद की पत्नी की मौत के लिए की जा रही तांत्रिक क्रिया के दौरान मुर्गे के साथ फरसे से प्रहारकर गंगा की बलि चढ़ाये गए कांस्टेबल के शव का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर लगी ड्यूटी के दौरान सिपाही गोपीचंद अपनी पत्नी को तंत्र-मंत्र के सहारे मरवाने के लिए हस्तिनापुर के तांत्रिक गणेशानंद के पास पहुंचा था। तांत्रिक ने धीरे-धीरे करके दिल्ली पुलिस के सिपाही से तकरीबन 600000 रूपये ऐंठ लिए थे।
हालांकि तांत्रिक को इस बात का पता था कि वह कांस्टेबल की पत्नी को तंत्र-मंत्र के सहारे नहीं मार सकता है फिर भी वह सिपाही से लगातार पैसे लेता रहा और जब उसे पता चला कि सिपाही अब उससे अपने पैसे मांगने वाला है तो उसने गंगा किनारे ले जाने के बाद तंत्र क्रिया के समय मुर्गे की बलि चढ़ाने के दौरान सिपाही की फरसे से प्रहार कर हत्या कर दी थी और उसकी लाश को गंगा में बहा दिया था। शुक्रवार की देर रात इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस उसी समय से गंगा नदी में लगातार सर्चिंग अभियान चला रही है, लेकिन अभी तक गोपीचंद की लाश का अता पता नहीं चल पाया है।