गृह कलह-मां ने गला दबाकर जिगर के टुकडों को मौत की नीेंद सुलाया
बागपत। जनपद के छपरौली कस्बे में गृहक्लेश के तंग आई एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को गला घोंट कर सदा के लिये मौत की नींद सुला दिया। रातभर मृत जिगर के टुकडों के बीच आंसू बहाती रही महिला ने सवेरा होने पर खुद ही शोर मचाकर इस मामले की जानकारी दी। महिला का पति फिलहाल कारोबारी सिलसिले में बाहर गया हुआ है।
जनपद के छपरौली कस्बे के रहने वाला गुलाब कुरैशी फेरी लगाकर कपड़ा बेचने का काम करता है। फिलहाल वह कपडों की फेरी के लिए बाहर गया हुआ था। इस दौरान उसकी पत्नी अंजुम अपने पांच साल के बेटे उमेर व तीन साल की बेटी अंशिका के साथ घर में अकेली थी। बताया जा रहा है कि बुधवार की देर रात अंजुम ने किसी समय अपने बेटे उमेर व अंशिका की गला दबाकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के दौरान उसने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और गुरुवार की सुबह खुद ही शोर मचा दिया कि उसने अपने बच्चों की हत्या कर दी है। उसका शोर सुनकर पहुंचे आसपास के लोगों ने देखा कि गुलाब कुरैशी के मकान का दरवाजा अंदर से बंद है और अंजुम के रोने की आवाज आ रही है। मौहल्लावासियों द्वारा दी गई सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि अंजुम कमरे के एक कोने में बैठकर रो रही है और उसके दोनों बच्चें चारपाई पर मृत पड़े थे। उनके गले में चुन्नी का फंदा लगा था। पुलिस ने अंजुम को हिरासत में लेकर बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम को भेजा। सीओ आलोक सिंह ने बताया कि महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।
पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार ने बताया कि कस्बा छपरोली के मौहल्ला कुरेशियान निवासी कपड़ा व्यापारी गुलाब कुरैशी का पत्नी अंजुम के साथ आये दिन विवाद हुआ करता था। बीतें दिन सुबह भी दंपत्ति के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। पत्नी से नाराज होकर गुलाब कपड़ा बेचने फरीदाबाद चला गया।
पति के जाने के बाद अंजुम ने अपनी चार वर्षीय पुत्री अंशिका और सात वर्षीय पुत्र उमेर की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए बागपत भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।