हिस्ट्रीशीटर का बहुमंजिला मकान प्रविप्रा ने किया ध्वस्त
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के झूंसी क्षेत्र में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव का हवेलिया मोहल्ले में स्थित मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण (प्रविप्रा) ने ध्वस्त कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव का झूंसी के हवेलिया इलाके में मकान स्थित है। उन्होंने बिना मानचित्र स्वीकृत कराए ही मकान का गलत तरीके से निर्माण कराया था, जिस पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजेश यादव को 250 वर्ग गज का यह दो मंजिला भवन है जिसे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। अपराध के जरिए उसने भी काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है।
उन्होंने बताया कि के प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कई थानों की पुलिस फोर्स शुक्रवार दोपहर में जेसीबी से गिराने कार्रवाई शुरू की।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजेश यादव भी दूसरे माफिया की तरह अवैध तरीके से प्रापर्टी डीलिंग करता है। वह लंबे समय से घर से भागा हुआ है और मीरजापुर, वाराणसी, जौनपुर समेत अन्य स्थानों पर साथियों के साथ चोरी-छिपे रहता है। पुलिस का कहना है कि झूंसी और सरायइनायत में उसकी काफी प्रापर्टी है। कुछ उसके नाम है तो कुछ संपत्ति घरवालों के नाम पर दर्ज है।
उन्होंने बताया कि राजेश यादव कुख्यात अपराधी है। पिछले दो महीने से उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इसके बाद पुलिस उसकी गतिविधि से लेकर संपत्ति तक के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया था। पुलिस रिकार्ड में झूंसी थाना क्षेत्र के नैका महीन गांव निवासी राजेश यादव उर्फ मामा के खिलाफ कर्नलगंज, धूमनगंज, कैंट, सिविल लाइंस, शिवकुटी, जार्जटाउन, नैनी और झूंसी थाने में 26 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें हत्या का प्रयास, जानलेवा हमला, गैंगस्टर समेत कई मुकदमे हैं।
गौरतलब है कि गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद और पूर्व ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा की अवैध अचल संपत्तियों पर कार्रवाई के बाद अब राजेश यादव पर भी शिकंजा कसने की कवायद शुरू हो गई है। कुछ साल पहले मुंबई की अदालत में दिनदहाड़े दो वकीलों की हत्या की गई थी, जो काला घोड़ा शूटआउट के नाम से चर्चित हुआ। उस हत्याकांड में मुंबई क्राइम ब्रांच ने राजेश यादव को पकड़ा था। तब पता चला था कि राजेश यादव, छोटा राजन गिरोह के लिए काम करता है और उस वारदात में शामिल था। इस घटना के बाद ही राजेश यादव चर्चित हो गया। फिर प्रयागराज और आसपास के जिलों में उसने अपराध शुरू कर दिया।