GRP की मुस्तैदी बनी महिला के लिए जीवनदाता
मुजफ्फरनगर। जनसेवा के कार्य कर जनपदवासियों की प्रशंसा और दुआएं बटौर रही पुलिस के नक्शे कदम पर चलते हुए जीआरपी थाना पुलिस की मुस्तैदी एक महिला के लिए जीवनदाता बन गई। जान देने पर उतारू महिला के सकुशल मिलने पर सूचना पर पहुंचे परिजनों ने जीवन बचाने वाले पुलिस दल को रह-रहकर दिल से दुआएं दी और महिला को लेकर हंसी-खुशी घर चले गये।
दरअसल जनपद के भोपा थाना क्षेत्र के कस्बा मोरना निवासी महिला नीतू पत्नी नीरज कुमार बुधवार को अपने पति से किसी बात पर नाराज होकर मरने की नियत से मुजफ्फरनगर पहुंचकर रेलवे स्टेशन पर घूमते हुए रेलगाडी के आने का इंतजार कर रही थी। प्लेटफार्म पर डयूटी करते हुए भम्रण कर रहे हैडकांस्टेबल पंकज शर्मा, कांस्टेबल मनोज कुमार, मनीष कुमार व महिला कांस्टेबल शशीबाला ने महिला के हावभाव देखकर स्थिति को भांपते हुए उसके साथ सदव्यवहार कर शालीनतापूर्वक पूछताछ की तो नीतू ने अपने पति नीरज कुमार से मकान के बंटवारे को लेकर झगडा होने के कारण गहरी नाराजगी व्यक्त की। पुलिसकर्मी महिला को थाने लेकर आये और थाना प्रभारी निरीक्षक को मामले से अवगत कराया। प्रभारी निरीक्षक ने नीतू को महिला कांस्टेबल शशीबाला की निगरानी में महिला हेल्प डेस्क में बिठाया और महिला से शालीनता पूर्वक व्यवहार करते हुए उसके पति का मोबाईल नंबर लेने के बाद उसके साथ सम्पर्क कर उसे थाने बुलाया।
जीआरपी थाना पहुंचे महिला के पति नीरज कुमार ने बताया कि मकान के बंटवारे को लेकर झगडा हो गया था। जिस कारण नाराज होकर नीतू घर से चली आयी थी। जब हमें नीतू के घर से चले जाने का पता लगा तो हम लोग काफी चिन्तित होकर इसको काफी समय से ढूंढ रहे थे। बाद में थाना जीआरपी पुलिस ने नीतू को समझा-बुझाकर सकुशल उसके पति व अन्य परिजनो के सुपुर्द किया। परिजनो ने महिला से मिलकर काफी प्रसन्नता व्यक्त की। जीआरपी पुलिसकर्मियो की मुस्तैदी, तत्परता व सतर्कता से एक महिला की जान बचायी जा सकी व एक हंसते खेलते परिवार को अत्यधिक दुखी होने से बचाया जा सका। मौके पर मौजूद परिजनों व अन्य लोगों ने जीआरपी पुलिस द्वारा किये गये सामाजिक और सराहनीय कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उनका आभार व्यक्त किया। इस तरह जीआरपी पुलिसकर्मियो के इस सराहनीय कार्य से जनता में जीआरपी के प्रति सकारात्मक सन्देश जाते हुए विश्वास बढा।