आईपीएस अजय कुमार का गुडवर्क- डबल मर्डर और 36 घंटे में पकड़े 5 कातिल
मैनपुरी । आईपीएस अजय कुमार पांडेय क्राइम पर अपनी पारखी नजर रखते है यही वजह है कि कत्ल जैसे संगीन मामलों में वह बेहद संवेदनशील होकर काम करते है। एसपी अजय कुमार पीड़ित की तहरीर लेकर उस पर अपनी सूझबूझ से इस तरह काम करते है कि कातिलों का बचना नामुमकिन सा हो जाता है। 4 अगस्त को जब भोगांव थाना इलाके में डबल मर्डर हुआ तो मैनपुरी के कप्तान अजय कुमार पांडेय अपनी कार्यशैली के मुताबिक इस हत्याकांड की कमान खुद संभाली और जुट गए कातिल को पकड़ने में । घटना के एक एक बिंदु पर गहनता से जांच की गयी तो असली कातिल पुलिस की गिरफ्त में आ गए ।
मैनपुरी जनपद के थाना भोगाँव इलाके के ग्राम विचित्रपुर विगत 4 अगस्त को एक युवक संजीव लोधी तथा एक युवती रितु लोधी के शव उनके घरों से कुछ ही दूर बीच गाँव में मिले थे।
पुलिस टीम द्वारा मौक़े पर पहुँच कर स्थिति पर नियंत्रण करते हुए सभी से प्रारंभिक पूछताछ की गई। चूँकि मृत युवती का पति मौक़े पर नहीं मिला था, और उसके 4 साल के बच्चे ने यह कहा था कि ' पापा ने मम्मी को मारा', इसलिए मृतक युवक संजीव के परिजनों से तत्काल तहरीर ली गई, जिसमें 4 लोगों को नामज़द किया गया।
पुलिस कप्तान अजय कुमार ने 4 अगस्त को ही कई टीमें गठित कर मुख्य अभियुक्त समेत 3 कातिलों को गिरफ़्तार कर लिया गया था तथा 1 अन्य कातिल का नाम प्रकाश में आया था।उसी अनुक्रम में आज शेष 2 कातिलों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया।
घटना रितु और संजीव के अवैध संबंधों को जड़ से ख़त्म करने के लिए रितु के पति, चाचा, ताऊ और चचेरे भाइयों द्वारा की गई थी।
पीएम रिपोर्ट के मुताबिक़ दोनों हत्याएँ दुपट्टा से गला घोंट कर हुईं थीं। घटना में प्रयुक्त दुपट्टे को अभियुक्त के घर से बरामद किया गया।
हत्या के बाद मृतक के मोबाइल फ़ोन को कातिलों ने तोड़ कर धान के खेत में फेंक दिया था। हत्यारे गौरव की निशानदेही पर मृतक संजीव का मोबाइल फ़ोन टूटी हुई दशा में बरामद कर लिया गया।