गैंगरेपः चार दारोगा निलंबित
कानपुर। दरिंदगी का शिकार हुई लड़की के मामले में लापरवाही बरतने वाले 4 दरोगाओं को डीआईजी ने निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए सभी दरोगाओं के ऊपर अलग-अलग लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं। गैंगरेप पीड़िता और पुलिस की मौजूदगी के बीच हुई पीड़िता के पिता की मौत के मामले में की गई इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि सोमवार की रात जनपद के सजेती थाना क्षेत्र के एक गांव में 13 वर्षीय किशोरी के साथ गांव के ही 2 युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया था। पुलिस ने मंगलवार की शाम को इस मामले में मुकदमा दर्ज किया था। आरोप है कि चिकित्सीय परीक्षण कराने के नाम पर सजेती पुलिस पीड़िता, उसकी मां व पिता और अन्य को रातभर साथ लेकर सजेती, घाटमपुर और जिला मुख्यालय के चक्कर लगाती रही। बुधवार की सवेरे पुलिस कस्टडी में रहे गैंगरेप पीड़िता के पिता की ट्रक से कुचलकर मौत हो जाने के बाद मामले में भूचाल आ गया। घटना के विरोध में गांव के लोगों ने कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनूपपुर मोड़ के पास जाम लगाते हुए पुलिस के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की। ग्रामीणों द्वारा जाम लगाए जाने के बाद पुलिस अधिकारी सक्रिय हुए और मामला शासन तक जा पहुंचा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्चाधिकारियों को प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष तथा कृषक दुर्घटना बीमा के तहत पांच-पांच लाख रूपये देने की घोषणा की है। साथ ही पीड़ित पीड़ित परिवार को जमीन का पट्टा देने का भी आश्वासन दिया गया। इसके बाद जाम समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों के बाद डीआईजी ने गैंगरेप पीड़िता से अश्लील सवाल करने के आरोपी दरोगा और सजेती थाने में तैनात उस दरोगा को भी निलंबित कर दिया है, जिसके क्षेत्र में घटना हुई थी। डीआईजी ने उस दरोगा को भी निलंबित किया है जिसकी कस्टडी में गैंगरेप पीड़िता और उसका परिवार 21 घंटे तक सड़कों पर घूमता रहा। इस मामले में घाटमपुर कस्बा चैकी प्रभारी भी निलंबित किए गए हैं। निलंबन की कार्रवाई को लेकर कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि लापरवाही बरतने के आरोप में डीआईजी द्वारा 4 दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। घटना में इनकी लापरवाही की जांच की जा रही है।