बेखौफ बदमाशों ने घर में ही चला दिया मौत का सामान बनाने का कारखाना
मुजफ्फरनगर। पुलिस और कानून के हाथों से पूरी तरह से बेखबर हुए बदमाशों ने घर के भीतर ही मौत का सामान बनाने का कारखाना चला दिया। मुखबिर की सूचना पर की गई छापामार कार्यवाही में घर के भीतर तमंचा फैक्ट्री बरामद करते हुए पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से भारी मात्रा में बने और अर्द्वबने तमंचों के अलावा इन्हें बनाने की मशीन व कच्चा सामान तथा कारतूस भी बरामद हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव एवं एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय की अगुवाई में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत मीरापुर पुलिस को शुक्रवार की देर रात थाना क्षेत्र में तमंचे बनाने की फैक्ट्री चलाए जाने की जानकारी प्राप्त हुई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने देर रात एक टीम गठित करते हुए मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर छापामार कार्यवाही की। घर के भीतर चलते मिले तमंचा बनाने के कारखाने को देखकर पुलिस की आंखें भी खुली रह गई। पुलिस ने मकान के भीतर से तमंचे बना रहे मीरापुर थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी रसूलपुर निवासी हर्ष पुत्र हरेंद्र, मीरापुर के मोहल्ला मुर्श्तक निवासी इलाल पुत्र आसिफ, गांव गढ़ी रसूलपुर निवासी मोहम्मद कैफ पुत्र अकरम, थाना रामराज के गांव देवल निवासी शिवम पुत्र करण पाल, मीरापुर के मोहल्ला कमलियान निवासी आशु उर्फ आस मोहम्मद पुत्र अनवार, मीरापुर के मोहल्ला जाटोंवाला निवासी शान मोहम्मद पुत्र मुमताज तेली तथा भूम्मा रोड निवासी समीर पुत्र सगीर को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को मौके से 315 बोर के 10 तमंचे, 312 बोर का एक तमंचा, 315 बोर का एक अधबना तमंचा, 315 एवं 312 बोर के छह जिंदा कारतूस, एक दर्जन नाल, वेल्डिंग मशीन, 15 वेल्डिंग रॉड के अलावा अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण एवं बांट आदि बरामद हुए। गिरफ्तार किए गए लोगों से पता चला है कि आशू उर्फ आस मोहम्मद, शान मोहम्मद तथा समीर अवैध तमंचा बनाने का काम करते थे और हर्ष, इलाल, मोहम्मद कैफ और शिवम फैक्ट्री में तैयार तमंचे को 2500 रुपए से लेकर 4000 रूपये में बेच देते थे। पकड़े गए बदमाशों ने किन-किन लोगों को अवैध हथियारों की आपूर्ति की है, पुलिस अब इसका पता लगाने में जुट गई है।