कैंसर पेशेंट के लिए देवदूत बना दिल्ली पुलिस का जवान
नई दिल्ली। ठंडी रातें, जिनमें अधिकांश लोग जल्द से जल्द घर पहुंचकर रजाई में दुबकने की चाह रखते हैं। यदि कोई जरूरी कार्य हो, तो भी उसे अगले दिन पर टाल देते हैं। ऐसी ही सर्द रात में दिल्ली पुलिस का जवान किसी अनजान की मदद करने के लिए अस्पताल पहुंच गया।
मानवता का धर्म सबसे बड़ा धर्म है। यह न धर्म देखता है, न जाति, सिर्फ मानवता को देखता है। बस मानव धर्म को निभाने वाला होना चाहिए। कुछ ऐसा ही करके दिखाया, दिल्ली पुलिस के सिपाही ने। सर्द रात में, घने कोहरे के बीच, दिल्ली सिपाही के पुलिस को सूचना मिली कि राजीव गांधी हाॅस्पिटल में भर्ती कैंसर पेशेंट को रक्त की जरूरत है।
ऐसे में दिल्ली पुलिस के उस सिपाही ने न तो रात्रि में घड़ी में बज रहे वक्त (1 बजे) की चिंता की और न ही हाड़ गलाती ठंड की। वह तुरंत ही हाॅस्पिटल में पहुंच गया और रक्तदान कर उक्त मरीज की जान बचाई। दिल्ली पुलिस के इस जवान ने 70वीं बार रक्तदान किया है। वह मानवता के जिस पथ पर चल रहा है, उसी पर सभी को चलने की आवश्यकता है। ड्यूटी पर रहते हुए कैंसर पेंशट की जान बचाने वाला किसी देवदूत से कम नहीं होता है। वहीं उक्त जवान अब तक 70 बार रक्तदान कर चुका है। इससे पता चलता है कि वह मानवता के प्रति कितना समर्पित है।