नही खोल सके राज तो गिरी कमांडर की गाज- किया दरोगा सस्पेंड
चंदौली। बाइक सवार बदमाशों द्वारा सरे शाम बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी को मारी गई गोली के मामले का खुलासा करने में नाकाम रहे दरोगा के खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अफसर को सस्पेंड करने का फरमान सुना दिया है। इससे पहले एसपी द्वारा घटना के खुलासे में नाकाम रहे थानेदार को हटा दिया गया था। दरोगा के खिलाफ की गई निलंबन की इस कार्रवाई के बाद अप पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल सकलडीह कोतवाली क्षेत्र के तेंदूईपुर गांव के रहने वाले लालव्रत चौहान जब 1 नवंबर की शाम बाइक पर सवार होकर अपने घर जा रहा था तो इसी दौरान चहनियां की ओर से आ रहे बाइक सवार बदमाशों ने बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी से मारपीट करते हुए दुर्गापुर तिराहे के समीप उसे गोली मार दी थी और अपनी बाइक को छोड़कर कारोबारी की बाइक लूटकर ले गए थे। बदमाशों द्वारा छोड़ी गई बाइक छानबीन के दौरान चोरी की होना मिली थी। घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर मामले के खुलासे के लिए टीम गठित करते हुए उसे बदमाशों को पकड़ने का निर्देश दिया था। लेकिन 2 सप्ताह बाद भी सर्विलांस टीम से लेकर क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस लुटेरों का सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने सकलडीहा थाना प्रभारी विनोद मिश्रा को कोतवाली से हटाने के बाद अब हलके के दरोगा मनोज सिंह को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस अधीक्षक की ओर से की गई इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है। अब आए नए कोतवाल अनिल पांडे के ऊपर इस मामले के जल्द खुलासे का दबाव बढ़ गया है।