बिजली विभाग का घूसखोर जेई सस्पेंड- मांग रहा था 5 लाख की रिश्वत

लखनऊ। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चिनहट डिवीजन के लौलाई उप केंद्र पर तैनात जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया है। सस्पेंड किया गया जेई 7 खंबे एवं 63 केवीए ट्रांसफार्मर की लाइन बनाने के नाम पर पांच लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक भवानी सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे घूसखोर जूनियर इंजीनियर के आडियो के आधार पर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए 5 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया है। निलंबित किया गया जूनियर इंजीनियर आलोक रंजन 7 पोल एवं 65 केवीए ट्रांसफार्मर की लाइन बनाने के नाम पर 500000 रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
सस्पेंड किए गए जूनियर इंजीनियर को प्रथम दृष्टया दोषी पाने के बाद उसे मुख्य अभियंता अयोध्या क्षेत्र से संबंध कर दिया गया है। चिनहट के लोलाई चेत्र में रहने वाले सुहेल अहमद ने कनेक्शन प्राप्त करने के लिए विभाग में आवेदन किया था। आवेदन के मुताबिक जूनियर इंजीनियर आलोक रंजन ने 7 पोल एवं 63 केवीए ट्रांसफॉर्मर लाइन के नाम पर उससे 500000 रुपए की रिश्वत मांगी थी।
इसका ऑडियो वायरल होने पर आवेदक ने एक्सईएन से शिकायत की, लेकिन कार्यवाही नहीं हुई । मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किए जाने के बाद मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी भवानी सिंह ने पूरे मामले की रिपोर्ट एक्सईएन मुकेश कुमार से तलब की। रिपोर्ट में जेईई प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है।