50000 की रिश्वत मामला- 16 दिन बाद भी CO लापता- मिल रहे सबूत
सहारनपुर। एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमें से धारा हटाने की एवज में दरोगा द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत वसूलने के मामले में बुरी तरह से फंसे को नकुड सीओ का 16 दिन बाद भी कोई अता-पता नहीं लग रहा है। जबकि एंटी करप्शन की टीम लगातार सीओ के ऊपर अपना शिकंजा कस रही है। भ्रष्टाचार के इस मामले में मुकदमा कायम होने के बाद से ही सीओ ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं।
दरअसल जनपद सहारनपुर के नकुड सीओ नीरज सिंह के पेशकार दरोगा हरपाल सिंह बिश्नोई को एंटी करप्शन की टीम ने इसी महीने की 11 अगस्त को छापामार कार्यवाही करते हुए 50000 रूपये की रिश्वत लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। एससी-एसटी एक्ट हटाने के नाम पर दरोगा ने पीड़ित महेश कुमार से 80000 रुपए में सौदा किया था। जिसमें से पचास हजार रूपये दरोगा ने वसूल लिये थे।
इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने छापा मार कार्यवाही करते हुए दरोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। बाद में हुई पूछताछ के दौरान जब रिश्वतखोरी के इस मामले में दरोगा ने नकुड सीओ नीरज सिंह का नाम लिया तो विजिलेंस द्वारा उन्हें भी रिश्वतखोरी के इस बडे मामले में नामजद अभियुक्त बनाया गया। मुकदमा दर्ज होते ही सीओ नकुड नीरज सिंह भूमिगत होते हुए विभाग से गैर हाजिर हो गए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही सीओ नकुड अपने कार्यालय नहीं पहुंचे हैं और ना ही उन्हें पुलिस लाइन में देखा गया है। उधर रिश्वतखोरी के इस मामले की विवेचना कर रही एंटी करप्शन की इंस्पेक्टर उषा तोमर को सीओ नीरज सिंह के खिलाफ लगातार रिश्वतखोरी के सबूत मिल रहे हैं।