भाजयुमो नगर अध्यक्ष की शिकायत शासन तक पहुंची- अब कार्यवाही पर नजर
खतौली। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच आपस में हो रही सिर फुटव्वल अब शासन तक पहुंच गई है। भाजयुमो नगर अध्यक्ष की यूपी पुलिस के ट्विटर पर टैग की गई शिकायत पर शासन की ओर से कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। अब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ अन्य लोगों की निगाहें भी पुलिस की ओर से की जाने वाली कार्यवाही पर जाकर टिक गई हैं। दरअसल भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष पर कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी देने की शिकायत शासन को की गई थी। यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल पर टैग की गई इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस से आरोपी भाजयुमो नेता के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई थी।
शासन की ओर से अब इस मामले में जांच कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से किए गए रिट्वीट में बताया गया है कि भाजयुमो नेता की शिकायत के मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक खतौली को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। ट्विटर के माध्यम से शासन तक भेजी गई शिकायत पर अब स्थानीय पुलिस की ओर से की जाने वाली कार्यवाही पर अब भाजपाइयों के साथ-साथ अन्य लोगों की भी निगाहें लगी हुई है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव के दौरान नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बनाए गए उमेश कुमार केबल वाले को घर घर भाजपाई होने के बावजूद महज तकरीबन 5000 वोट मिल पाई थी।
पराजित हुए बीजेपी प्रत्याशी उमेश कुमार ने राजधानी लखनऊ में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात कर अपनी हार के जिम्मेदार लोगों की जानकारी दी थी। उसके बाद से भितरघात करने वाले भाजपाइयों पर की जाने वाली कार्यवाही पर सबकी नजरें आकर टिक गई थी। लेकिन अभी तक किसी भी भितरघाती के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय भाजपा में भीतर ही भीतर अलग ही खिचड़ी पक रही है।