जन्मदिन विशेष- जिले से लेकर राष्ट्र तक इंस्पेक्टर नेमचंद को मिला सम्मान

जन्मदिन विशेष- जिले से लेकर राष्ट्र तक इंस्पेक्टर नेमचंद को मिला सम्मान

शामली। जनपद के थाना बाबरी में 24 सितम्बर 2018 को इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह को बाबरी थानाध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। उन्होंने बाबरी थाने की कमान तीन साल तक संभाली थी, जिसके बाद उनका वहां से तबादला कर दिया गया था। इन तीन सालों में उन्होंने बेहतर पुलिसिंग कर दिखाई थी। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह की तैनाती से पहले कई थानाध्यक्ष बाबरी थाने पर ज्यादा वक्त तक नहीं रूक पाये थे। यही वजह थी कि जब इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह को बाबरी थानाध्यक्ष बनाया गया था। इस दरम्यान लोगों की मन में था कि यह भी ज्यादा दिन नहीं रूक पायेंगे। लेकिन उपनिरीक्षक नेमचंद सिंह ने आते ही अपराध के ग्राफ का नीचे स्तर पर ले जाने का कार्य शुरू कर दिया था। थाने पर शिकायत लेकर आने वाले फरियादी का आते ही पानी और कुर्सी मिली और न्याय जल्द से जल्द दिलाने का प्रयास किया था। तीन वर्षों में इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह ने जनता के बीच में जो कम्युनिटी पुलिसिंग कर क्राईम कंट्रोल करने का कार्य किया था। बताया जा रहा है कि उनके कार्यकाल में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। जो सामाजिक झगड़े होते हैं वह थाने में ही बैठकार सुलझाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने जनता को कोर्ट कचहरी में अनावश्यक परेशान न होना दिया। इन कार्यों से थाना बाबरी के इलाके की पब्लिक में नेमचंद सिंह की शीघ्र ही ईमानदार थाना प्रभारी की छवि बन गई।

जनपद शामली में आठ थाने हैं लेकिन इतना लम्बा कार्यकाल किसी का नहीं रहा, जितना नेमचंद सिंह का रहा। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह ने देश में थाने को तीसरा और प्रदेश में प्रथम स्थान दिलाने का कार्य किया था। बाबरी थाना पर तैनाती के दौरान ही उनकी पुलिसिंग को देखकर उन्हें आईएसओ सर्टिफिकेट दिया गया। कोरोना संक्रमण में एक कॉल पर थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह 6 परिवारों को खाना खुद लेकर गये थे। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कोरोना संकट काल में 450 परिवारों को खाना पहुंचाने का वर्क किया था। उन्होंने थाने पर कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णाेद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक अवसादातनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम के अलावा भी कई कार्य किये थे। इंस्पेक्टर नेमचंद की कार्यशैली को देखकर कप्तान से लेकर एडीजी तक तारीफ कर चुके हैं और जनपद से लेकर राष्ट्र तक सम्मान पा चुके है। इंस्पेक्टर नेमचंद सिंह के जन्मदिन पर पेश है खोजी न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट...

तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने कई बार क्राइम मीटिंग टॉप की, कई बार लगातार जिला टॉप किया फिर उत्तर प्रदेश के 1526 थानों में से अव्वल बना और देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम के वार्षिक रेंकिग के 80 बिन्दुओं वाली रिर्पोट के आधार पर शामली जनपद के थाना बाबरी पुलिस कोे गुडवर्क में नम्बर वन पाकर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय गृह सचिव के हस्ताक्षर से जारी सर्टिफिकेट आफ एक्सीलेन्स से नवाजा गया। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर शराब माफियाओं की कमर तोडी वहीं तीन लूट की घटनाओं को कुछ ही घंटो में वर्कआउट कर क्षेत्र में पुलिस बदमाशों पर हावी है का भी मैसेज देने का काम किया है। थानों मे आने वाले फरियादयों की तत्काल सुनवाई करने के साथ साथ नेेमचन्द ने गुणवत्ता के आधार पर विवेचनाओं का निस्तारण भी किया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने बाबरी थाना क्षेत्र का भ्रमण कर आम जनता से थाना पुलिस का रवैया जाना तो टीम का बाबरी पुलिस का फीड़बेक बेहतर मिला यही वजह रही कि बाबरी पुलिस को भारत सरकार ने यूपी के 1526 थानों में नम्बर वन चुना और देश के तीसरे स्थान पर चुना। बाबरी पुलिस को सर्टिफिकेट आफ एक्सीलेन्स से नवाजा गया।

अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था (आईएसओ) द्वारा बाबरी थाने का ऑडिट कराया गया था। ऑडिट के दौरान आठ बिन्दुओं पर थाने की समीक्षा की गई थी। इन बिन्दुओं में विवेचनाओं के सही समय पर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, पुलिस का आमजन के साथ मृदु एवं सहयोगत्मक व्यवहार, पुलिस की गुणवत्तापरक कार्यशैली, अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए उत्तम आवासीय गुणवत्ता, भोजनालय, पेयजल, शौचालयों की गुणवत्ता, थाना कार्यालय में अभिलेखों का रखरखाव, अपराधियों को बन्दी गृह में रखने की गुणवत्ता, थाना परिसर का सौन्दर्यकरण, वृक्षारोपण, जिम, खेल ग्राउन्ड व वाटिका का रखरखाव शामिल था। थाना बाबरी पर उपरोक्त सभी निर्धारित बिन्दुओं पर पूर्णतया सफल पाया गया। इसी के चलते अंतर्राष्ट्रीय मानक संस्था के आरडी गौतम जनपद शामली में पहुंचकर तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह को आईएसओ सर्टिफिकेट प्रदान किया था।

बाबरी थाना पर पहुचंकर अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल ने थाने का भ्रमण किया। तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह द्वारा थाने पर कर्मचारियों के कल्याण के लिये कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णोद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक तनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम, वृक्ष वाटिका, जनता की रसोई, मुख्य आरक्षी के बैरक को आदर्श बैरक बनवाने का काम किया, जिसका अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल व्यवस्थाओं का जायजा तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह की सराहना की थी।

तत्कालीन डीआईजी सहारनपुर उपेन्द्र अग्रवाल ने शामली के तत्कालीन एसपी सुकीर्ति माधव के साथ शामली जनपद के बाबरी थाने का निरीक्षण किया। थाने में पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सर्वप्रथम उन्होंने थाने में बनवाये गये पार्क का निरीक्षण किया। पार्क में सफाई की व्यवस्था देखकर वे काफी प्रसन्न हुए। पार्क में सभी व्यवस्थाएं चकाचक थी। इसके बाद उन्होंने थाने की बिल्डिंग व जिम्नेजियम का निरीक्षण किया। थाने की बिल्डिंग की साफ-सफाई देखकर वे संतुष्ट नजर आये। इसके अलावा कुर्सी-मेज आदि सभी अपने-अपने स्थान पर अच्छी तरह से रखे हुए थे, जो थाने की अच्छी व्यवस्था को बयां कर रहे थे। थाने में बनवाई गई आदर्श रसोई का निरीक्षण भी संतोषजनक पाया गया। निरीक्षण करने के बाद सभी व्यवस्थाएं चकाचक मिलने पर डीआईजी ने तत्कालीन बाबरी एसओ नेमचंद की पीठ थपथपाते हुए उन्हें शाबाशी दी थी। इस दौरान तत्कालीन डीआईजी ने कहा था कि बाबरी थाना सभी थानों के लिए आदर्श है। जिस प्रकार बाबरी थाने में व्यवस्थाएं की गई हैं, वे सभी थानों में की जानी चाहिए। एसओ की कार्यकुशलता की तत्कालीन डीआईजी सहारनपुर उपेन्द्र अग्रवाल ने सराहना की। उन्होंने बाबरी थाने को नंबर वन बताया था।

तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह को थानाक्षेत्र के बुटराडा में स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण कंपनी में काम करने वाले एक श्रमिक ने फोन पर बताया कि कंपनी में काम करने वाले मध्य प्रदेश राज्य के पन्ना जिले के 6 परिवारों के 25 मजदूर फैक्ट्री के गोदाम में रह रहे हैं तथा उनके परिवार का राशन खत्म हो गया है, जिससे उनके परिवारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस सूचना पर तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह अपनी टीम को लेकर तत्काल मौके पर पहुंचे और जरूरतमंद परिवार से बात की तथा सभी छ: परिवारों को जन सहयोग के माध्यम से तैयार कराए गए एक सप्ताह का राशन (10 किलोग्राम आटा, 3 किलोग्राम दाल, 3 किलोग्राम चीनी, एक पैकेट चाय, एक पैकेट नमक, मसाले, 2 लीटर सरसों का तेल, बिस्किट एवं हाथ धोने के लिए साबुन) वितरित किया गया तथा बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु आप लोग समय-समय पर हाथ धोते रहें और सोशल डिस्टेसिंग का बखूबी पालन करें ऐसा करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। पुलिस प्रशासन एवं स्वयंसेवी संस्थाएं निरंतर प्रयासरत हैं कि सभी जरूरतमन्दों की सहायता की जाए। अतः आप लोग निश्चिंत होकर रहे तथा किसी भी जरूरत के लिए हमसे तत्काल संपर्क करें। इससे पहले भी तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने लगभग 450 परिवारों को राशन मुहैया कराने का काम किया।

कर्मचारियों के कोविड-19 ड्यूटी के दौरान मनोबल बनाये रखने के लिये तथा शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए जाने के लिए तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह ने थाने पर कर्मचारियों के कल्याण हेतु इस अवधि में कुछ कार्य कराए, जिनका तत्कालीन पुलिस कप्तान विनीत जायसवाल ने भ्रमण कर उद्घाटन किया था। इसमें थाना पर उपनिरीक्षक के कार्य हेतु कक्ष का आधुनिकीकरण, थाने में स्थापित मंदिर का जीर्णोद्धार, कर्मचारियों को हष्ट पुष्ट रखने के लिए बॉलीबॉल ग्राउंड और मानसिक अवसादातनाव को कम करने के लिए छोटा फिशपॉन्ड एवं कर्मचारियों को शारीरिक रूप से मजबूती प्रदान करने के लिए जिम्नेशियम तथा वृक्ष वाटिका का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया। तत्कालीन पुलिस कप्तान विनीत जायसवाल ने तत्कालीन बाबरी थानाध्यक्ष नेमचन्द सिंह द्वारा कराये गए तमाम कल्याणकारी कार्यों के लिए उन्हें बधाई दी थी।

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