बदमाश भांजे के नाम पर संपत्ति बनाने वाले गैंगस्टर मामा की जमीन कुर्क
गोरखपुर। कुख्यात बदमाश रहे भांजे के डर और खौफ के बलबूते करोड़ों की संपत्ति खड़ी करने वाले गैंगस्टर मामा की गोरखपुर पुलिस ने संपत्ति कुर्क कर दी है। कुख्यात बदमाश भांजे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई थी। गोरखपुर एसपी सिटी और आईपीएस अफसर कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस ने गैंगस्टर मामा की संपत्ति कुर्क की है।
गोरखपुर जिले में विपिन सिंह का नाम बड़े बदमाशों में शुमार किया जाता था। बताया जाता है कि जब भी विपिन सिंह किसी घटना को अंजाम देने के वक्त अगर गोली चलाता था तो पुलिस और पब्लिक को अंदाजा हो जाता था कि यह घटना विपिन सिंह ने ही की है। उसके गोली चलाने के अंदाज से सब वाकिफ थे, इसी वजह से उसकी शिनाख्त हो जाती थी।
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि विपिन सिंह को कुख्यात बदमाश बनाने में उसके मामा बीएन सिंह की अहम भूमिका रहती थी। दरअसल विपिन सिंह का जब जब नाम होता था तब तब बीएन सिंह उसके नाम पर वसूली भी करता था। विपिन सिंह के मामा बीएन सिंह को तब बड़ा झटका लगा था जब जून 2020 को जब वह घटना को अंजाम देने गया था तो उसके द्वारा की गई फायरिंग से एक बच्चे को गोली लग गई थी। जिसके बाद गांव वालों और पुलिस ने विपिन सिंह को घेर लिया था। गुलरिहा इलाके में हुए इस एनकाउंटर में विपिन सिंह पुलिस की गोली लगने से मारा गया तो बीएन सिंह को बड़ा झटका लगा था।
सूत्रों का कहना है कि विपिन सिंह के नाम पर बीएन सिंह जमीनों पर कब्जा करने के साथ-साथ अन्य अपराध में भी शामिल था। उसके खिलाफ गोरखपुर के शाहपुर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं ।बीएन सिंह पर भी 17 मुकदमे दर्ज थे तो उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की गई थी। गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई के बाद पुलिस ने बीएन सिंह और उसके परिवार की संपत्ति का डाटा जुटाना शुरू कर दिया था। पुलिस ने बीएन सिंह की 3 संपत्तियों को चिन्हित कर इसकी रिपोर्ट डीएम गोरखपुर को भेज दी थी। जिसके बाद डीएम गोरखपुर ने 14 (1) की कार्रवाई करते हुए इसकी कुर्की करने का आदेश दिया था। डीएम के आदेश के तहत पुलिस ने बीएन सिंह की पत्नी नंदा सिंह और पिता के नाम संपत्तियां कुर्की की गई हैं। इन संपत्तियों की कुल कीमत 8.25 करोड बताई जा रही है। गोरखपुर के एसपी सिटी और आईपीएस अफसर कृष्ण कुमार विश्नोई के मुताबिक बीएन सिंह अपने भांजे विपिन सिंह के नाम पर लोगों को तंग करता था। इस पर 17 मुकदमे दर्ज हैं।