पिटाई से वृद्ध की मौत का आरोप-ग्रामीणों ने किया पथराव-थाने में घुसने की कोशिश
सोनभद्र। सेवानिवृत्त लिपिक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने के बाद ग्रामीणों ने परिजनों के साथ मिलकर पुलिस पर पिटाई के दौरान मौत होने का आरोप लगाते हुए थाने पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान जमकर हंगामा किया गया। पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे लोगों ने शव को साथ में लेकर जब थाने में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने थाने का गेट बंद कर दिया। इससे आक्रोश बढ़ गया और लोगों ने थाने पर ईंट पत्थर बरसानी शुरू कर दी। देर रात एसडीएम सदर और सीओ ने मौके पर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया है कि पट्टीदारी के विवाद में पुलिस गांव में गई थी लेकिन पुलिस ने किसी की भी पिटाई नहीं की है। वृद्ध राजकुमार हृदय रोगी थे और संभवत उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।
बताया जा रहा है कि जनपद के मिश्री गांव निवासी 62 वर्षीय राजकुमार कोन इंटर कॉलेज में लिपिक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका पटटीदारों के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी मामले को लेकर सोमवार की देर शाम पुलिस गांव में पहुंची थी। मृतक राजकुमार के पुत्र उपेंद्र नाथ और चंद्र प्रकाश का आरोप है कि गांव में पहुंची पुलिस ने पहले उनके पिता राजकुमार को बुरी तरह से डांट फटकार लगाई और फिर उनकी पिटाई कर दी। जिससे उनकी मौत हो गई। देर रात परिजन और ग्रामीण थाने पर पहुंच गए। पुलिस के खिलाफ नारे लगाते हुए शव लेकर लोगों ने थाने में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने मुख्य दरवाजा बंद कर दिया। जिससे लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने थाने पर ईंट पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। आनन-फानन में आसपास के थानों की फोर्स को मौके पर बुलाया गया। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर और पुलिस क्षेत्राधिकारी मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पहुंचे। एसडीएम सदर और क्षेत्राधिकारी ने लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया है कि कि गांव में पटटेदारी के विवाद में पुलिस गई थी। लेकिन वहां पर पुलिस ने किसी की भी पिटाई नहीं की है। वृद्ध राजकुमार हृदय रोगी थे और संभवत उनकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। एसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया है कि कोन थाने के घेराव की सूचना मिलने पर एसडीएम सदर और सीओ को फोर्स के साथ मौके पर भेजा गया था। उन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया है। अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।