पत्नी की हत्या कर लाश को बोरी में बंद करके ठिकाने लगा रहा हत्यारोपी...
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही थाना शहर कोतवाली पुलिस ने पत्नी की हत्या करने के बाद उसकी लाश को बोरी में बंद करके काली नदी के भीतर ठिकाने लगा रहे हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी की निशान देही पर महिला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार के अलावा लाश को ठिकाने लगाने में प्रयुक्त बाइक बरामद की है।
बृहस्पतिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत के पर्यवेक्षण तथा सहायक पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी नगर व्योम बिंदल की अगवाई में शहर कोतवाल अक्षय शर्मा ने अपनी टीम के सदस्य उप निरीक्षक विनोद कुमार अत्री, महिला प्रभारी उप निरीक्षक निशा, महिला कांस्टेबल सोनम तथा कांस्टेबल शिव कुमार के साथ मुखबिर की सूचना पर शहर के बाहर से होकर बहने वाली काली नदी पर छापामार कार्यवाही करते हुए थाना कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला जोगियों वाली गली न्याजूपुरा के रहने वाले को अरबाज को गिरफ्तार किया है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया अरबाज पुत्र इस्लाम नियाजुपुरा के ही रहने वाले शाहरुख पुत्र रफीक के साथ अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद उसकी लाश को बोरी में बंद करके काली नदी में फैली जलकुंभी को निकालकर उसे भीतर धकेलकर शव को ठिकाने लगाने का प्रयास कर रहा था।
इस दौरान शाहरुख पुत्र रफीक तो मौके से भागने में कामयाब रहा लेकिन पुलिस ने अरबाज़ को गिरफ्तार कर लिया। थाने लाकर की गई पूछताछ में अरबाज ने बताया है कि उसनें करीब 07 माह पूर्व अपने घरवालों को बिना बताये चाहत नाम की लडकी से शादी कर ली थी तथा उसे मकान बदल-बदल कर अपने साथ रख रहा था।
चाहत बहुत अधिक खर्चा करती थी और उसके खर्चे रोज बढ़ते ही जा रहे थे, इसी बात को लेकर मेरा उससे लडाई-झगड़ा होता था। मैंने यह बात अपने दोस्त शाहरुख को बतायी।
इस दौरान हम दोनों ने चाहत से पीछा छुड़ाने के लिये उसकी हत्या की योजना बनाई। योजनानुसार हम दोनों ने 01 सप्ताह पूर्व अपने किराये के कमरे पर चाकू से गर्दन काट कर चाहत की हत्या कर दी तथा पहचान छुपाने के उद्देश्य से सिर व हाथ के पंजे काट कर शव को बोरे में भरकर नदी में जलकुंभी में फैंक दिया। नदी में जलकुंभी होने के कारण शव आगे नही बहा, जिस के कारण आज हम दोनों शव को जलकुंभी से निकालकर नदी में बहाने के लिये आये थे कि पुलिस द्वारा मुझे पकड़ लिया गया।