गुम हुए बच्चों को खोजकर पुलिस ने परिजनों से मिलाया-लौटाई मुस्कान
सहारनपुर। ताबडतोड मुठभेड व अन्य कार्यवाही कर बदमाशों को ठिकाने लगाने में लगी पुलिस सामाजिक कार्य करते हुए बिछड़े हुए बच्चों को उनके माता-पिता से मिलाकर बच्चों एवं परिजनों के मुखों पर मुस्कान लाने का काम भी पूरी शिददत के साथ कर रही है। गागलहेडी थाना पुलिस ने लापता हुए 3 बच्चों को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को बुलाकर जब बच्चों को सौंपा तो उनकी आंखें खुशी से भर आई और उन्होंने पुलिस का बारंबार धन्यवाद अदा किया।
दरअसल सहारनपुर के थाना गागलहेड़ी पर विपिन की पत्नी ग्राम धनकोली निवासी दीपा ने 16 अप्रैल को सूचना दी थी कि उसके तीन बच्चे 6 वर्षीय बेटी विधि, 5 वर्षीय बेटा शिवांस और 4 वर्षीय बेटा विशांत 9 अप्रैल से लापता हो गए हैं। जिन्हें संभावित स्थानों पर कई जगह तलाश किया गया है, लेकिन वह नहीं मिल पाये हैं। मामला दर्ज करते ही गागलहेड़ी थाना अध्यक्ष सूबे सिंह ने बच्चों को बरामद करने के प्रयास शुरू किए और बच्चों को तलाश कर लाने की जिम्मेदारी उपनिरीक्षक भोले शंकर गौतम को सौंप दी।
उप निरीक्षक भोले शंकर गौतम की ओर से मिली जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए गुमशुदा बच्चों के फोटो व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजे जाने के साथ-साथ थाना क्षेत्र के ग्राम धनकोली, ग्राम संभलहेडी, ग्राम पाल्ली, ग्राम कुतुबपुर कुसानी तथा ग्राम सददा माजरा आदि गांव में जाकर बच्चों के लापता होने की जानकारी दी गई। लेकिन कहीं भी कुछ नहीं पता चला। बाद में दारोगा ने बच्चों के फोटो समेत पंपलेट छपवाकर गागलहेड़ी के बस अड्डे, रेलवे स्टेशन सहारनपुर, घंटाघर और कई अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करा दिये।
पंपलेट में दर्ज मोबाइल नंबर लेकर एक व्यक्ति ने शुक्रवार को जानकारी दी कि यह बच्चे भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम नागल में रह रहे हैं। बच्चों के संबंध में जानकारी मिलते ही उप निरीक्षक भोले शंकर गौतम अपनी टीम के साथ ग्राम नागल में पहुंचे और लापता हुए तीनों नाबालिक बच्चों को थाना भगवानपुर क्षेत्र से कुशल बरामद कर लिया। थाने लेकर आए दारोगा ने परिजनों को जानकारी देकर थाने बुलाया और तीनों बच्चे उनके सुपुर्द कर दिए।
कई दिन से लापता बच्चों के आंचल में आते ही माता-पिता एवं परिजनों की आंखों से आंसू निकल आए और उन्होंने बच्चों को बरामद करने वाली टीम में शामिल गागलहेड़ी थाना अध्यक्ष सूबे सिंह, उपनिरीक्षक भोले शंकर गौतम, आरक्षी अशोक कुमार एवं मुख्य महिला आरक्षी कोमल को ह्रदय से रह-रहकर दुआएं दी और उनके प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।