आखिर करोडों की चपत लगाकर पुलिस के हाथ लग ही गये साइबर अपराधी
मुजफ्फरनगर। पुलिस ने एक बडी उपलब्धि हासिल करते हुए तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बैंक अधिकारी या किसी हवा-हवाई कंपनी के महाप्रबंधक बनकर लोगों को फोन करते हुए उनके बैंक अकाउंट और एटीएम नंबर प्राप्त कर खाते से रुपए उड़ाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जीवाड़े में काम आने वाले आधार कार्ड, मोबाइल फोन, पासबुक, एटीएम कार्ड, चेक बुक व नगदी बरामद की गई है।
बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में आयोजित की गई प्रेसवार्ता में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि जब थाना सिविल लाइन पुलिस क्षेत्र में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेरठ रोड पर गश्त कर रही थी तो विकास भवन के एटीएम पर खड़े कुछ लोगों से पुलिस ने पूछताछ कर उनकी तलाशी ली। पूछताछ किए जाने पर जब आरोपी पुलिस के पूछे सवालों का ठीक-ठीक जवाब नहीं दे सके तो उनकी गतिविधियों को संदिग्ध जानकर पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर थाने लाई। जहां की गई पूछताछ में पता चला कि तीनों शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं जो बैंक अधिकारी या किसी हवा-हवाई कंपनी के महाप्रबंधक बनकर किसी तरह हासिल किए गए फोन नंबर पर लच्छेदार बात करते हुए संबंधित का बैंक खाता नंबर और उसका एटीएम कार्ड का नंबर हासिल कर लेते थे। नंबरों को हासिल करने के बाद साइबर अपराधी उसके खाते से रुपए निकाल लेते थे। रुपए निकालने में फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से खुलवाए गए फर्जी खाते के एटीएम और चेक बुक का प्रयोग किया जाता था।
उन्होंने बताया कि पुलिस के हत्थे चढे साइबर अपराधी किसी एटीएम बूथ के पास खडे होकर रूपये निकालने आये व्यक्ति का एटीएम कार्ड बदल लेने में महारथ हासिल किये हुए है। अपनी लच्छेदार बातों में उलझाकर आरोपी संबंधित व्यक्ति का एटीएम कार्ड बदलकर उसके जाते ही खाते से रूपये निकाल लेते थे। एसपी सिटी ने बताया कि साइबर अपराधियों के कब्जे से पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, विभिन्न बैंकों की पासबुक व एटीएम, जो फर्जी आधार कार्डो के जरिये खुलवाये गये है, मोबाईल फोन जिनका इस्तेमाल फर्जीवाडे के लिए फोन किये जाते थे, और नकदी बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।