ADCP ने किया ऐसा काम, बच गयी मरीज़ की जान,किया दिल से सलाम
वाराणसी। एडीसीपी ट्रैफिक विकास कुमार ने ऐसा जीवनदायिनी काम किया हैं जिससे वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस का सर फख्र से ऊंचा हो गया हैं। एडीसीपी ट्रैफिक ने अपनी नौकरी की चिंता किए बगैर एंबुलेंस में लेटकर जीवन की अंतिम सांसे गिन रहे मरीज को अस्पताल ले जाने की अनुमति दे दी।समय से अस्पताल पहुंचे मरीज को वक्त रहते इलाज मिल जाने से उसकी जान बच गई। अब लोग दिल से सलाम करते हुए एडीसीपी की प्रशंसा करते हुए उन्हें सैल्यूट ठोंक रहे हैं। दरअसल एडीसीपी ट्रैफिक विकास कुमार मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वनाथ मंदिर दर्शन पूजन के दौरान मौजूद थे। दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर उन्हें सूचना मिली कि एक एम्बुलेंस बेनिया तिराहे पर मौजूद है और उसमें पडे मरीज़ की स्थिति बहुत गंभीर है। एडीसीपी ने तुरंत वहां पहुंचकर एम्बुलेंस को फ़ौरन उसी रास्ते पर जाने की अनुमति दे दी जिससे कुछ ही देर में सीएम की फ्लीट निकलनी थी। फ्लीट के रास्ते पर एम्बुलेंस दौड़ी तो सभी ने तालियां बजाकर एडीसीपी का सम्मान किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेनिया तिराहे पर सीएम के फ्लीट के मद्देनज़र ट्रैफिक रोका गया था। इसी दौरान एक एम्बुलेंस भी उस जाम में फंस गयी। किसी ने इस बात की जानकारी एडीसीपी विकास कुमार को दी तो उन्होंने फ़ौरन ट्रैफिक कर्मियों को रास्ता क्लियर कर एम्बुलेंस को फ्लीट के रास्ते पर छोड़ने का निर्देश दिया। ट्रैफिक कर्मी गाड़ियां हटवाने लगे, तभी एडीसीपी ट्रैफिक भी वहां पहुँच गए।
एडीसीपी ट्रैफिक के साथ मिलकर ट्रैफिक कर्मियों और स्थानीय लोगों ने रास्ता साफ़ करवाया और एडीसीपी ने एम्बुलेंस को उसी रास्ते पर जाने की अनुमति दे दी जिससे कुछ ही देर बाद सीएम का काफिला गुज़रना था। मरीज को अस्पताल ले जा रही एंबुलेंस के गुजर जाने बाद वहां मौजूद लोग एडीसीपी की सराहना करते नहीं थक रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले कानपुर में राष्ट्रपति की फ्लीट के लिए बंद रोड पर एक एम्बुलेंस में मरीज़ ने दम तोड़ दिया था।