लापरवाही पर गिरी गाज- नवाब के भाई के भागने पर दरोगा सहित तीन सस्पेंड
कन्नौज। कॉलेज के भीतर नाबालिग के साथ रेप करने के मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव के जेल से रिहा होने के बाद फरार होने के मामले को लेकर लापरवाही बरतने वाले दरोगा समेत तीन पुलिस कर्मियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित कर दिया गया है। कप्तान की इस कार्यवाही से अपने काम के प्रति लापरवाह बने रहने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
दरअसल कॉलेज के भीतर अंजाम दिए गए कन्नौज रेप कांड के मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव के भाई नीलू यादव को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया था। इसके बाद नीलू यादव के खिलाफ पुलिस द्वारा गैंगस्टर के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
कन्नौज रेप कांड में सबूत के मिटाने के आरोपी नीलू यादव को शुक्रवार की देर शाम जमानत पर रिहा कर दिया गया, लेकिन कन्नौज पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी और वह गैंगस्टर के मामले में पकड़े जाने से पहले ही पुलिस को टाटा बाय-बाय कहते हुए भाग निकला। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद द्वारा सीओ सिटी कमलेश कुमार के माध्यम से जब मामले की जांच कराई गई तो पता चला कि जब नीलू की रिहाई होनी थी तो उस दौरान उसके कई समर्थक जेल के बाहर मौजूद थे और जेल चौकी प्रभारी किशनवीर सिंह भी सादे कपड़ों में वहीं पर मौजूद थे।
लेकिन दरोगा ने नीलू को पकड़ने में ना तो कोई दिलचस्पी दिखाई और ना ही नीलू यादव के जेल से रिहा होने की जानकारीअधिकारियों को दी। सीओ सिटी ने जब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो नीलू यादव के समर्थकों के साथ चौकी प्रभारी भी वहां पर सादे कपड़ों में खड़ा हुआ था।
इसके अलावा एसीजेएम कोर्ट अभियोजन दफ्तर में तैनात कोर्ट मोहर्रिर हेड कांस्टेबल अवधेश एवं कांस्टेबल अनिल ने नीलू की रिहाई का परवाना बनने की जानकारी भी अफसर को नहीं दी। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने लापरवाही बरतने के मामले में दरोगा एवं हेड कांस्टेबल तथा कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।