दूसरे जिले से आया फोन- SP अजय ने खोल दी ऑनर किलिंग की पोल
मैनपुरी। गैर जातीय प्रेमी से कई वर्षों से चल रहे प्रेम प्रसंग के कारण स्वर्ण जाति की एक युवती द्वारा लाॅक डाउन के दौरान घर से भागकर विवाह रचाने के मामले में ऑनर किलिंग का पर्दाफाश हुआ है। इस प्रकरण में दूसरे जिले के प्रेमी की शिकायत को एसपी अजय कुमार ने ना सिर्फ गंभीरता से लिया, बल्कि उसके द्वारा लगाये गये आरोपों की जड़ तक पहुंचे तो बेटी के प्रेम विवाह से नाराज परिजनों द्वारा रची गई हत्या की खौफनाक साजिश की एक ऐसी कहानी सामने आयी, जिसने सभी को चैंका दिया है। एसपी अजय कुमार ने इस केस को खुद लीड किया और 48 घंटों में ही इस प्रकरण का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही इस केस के दोनों मुख्य अभियुक्त चाचा भतीजे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शेष आरोपियों की तलाश में एसपी अजय कुमार की टीमें जुट गयी हैं।
बता दें कि दिनांक 23 अक्टूबर 2020 को सुनील कुमार गुप्ता पुत्र रामशरण गुप्ता निवासी मौहल्ला गणेशगंज कस्बा व थाना कालपी जिला जालौन ने मैनपुरी पुलिस को सूचना दी कि रूबी सिंह पुत्री सूर्यप्रताप सिंह निवासी ग्राम नगला कले थाना किशनी मैनपुरी से मेरा विगत 5 वर्षों से परिचय था। जिससे मैंने दिनांक 2 जुलाई 2020 को आर्यसमाज मन्दिर लखनऊ में शादी की थी तथा उसके उपरान्त दिनांक 3 जुलाई 2020 को मैंने व रूबी सिंह ने शादी को लखनऊ में रजिस्टर्ड करा लिया था। परन्तु मेरी व रूबी सिंह की शादी से इण्टर-कास्ट (ठाकुर एवं गुप्ता) होने के कारण रूबी सिंह के परीजन भाई सौरभ उर्फ वैभव सिंह एवं पिता सूर्यप्रताप सिंह व चाचा रामू सिंह आदि सन्तुष्ट नहीं थे। जिनके द्वारा रूबी सिंह को उसके भाई सौरभ उर्फ वैभव सिंह की शादी का बहाना कर भावुक करते हुए घर बुलाया और उसकी ऑनर किलिंग (हत्या) कर लाश को जला दिया है।
इस सनसनीखेज आरोप के बाद सूचना एसपी मैनपुरी अजय कुमार को दी गयी, तो उन्होंने इसे एक पल भी गंवाये गंभीरता से लिया और इस घटना की जांच जनपद मैनपुरी के राजपत्रित पुलिस अधिकारीगण एवं प्रभारी निरीक्षक किशनी को सौंप दी गयी। उन्होंने प्रथम दृष्टया जांच में यह मामला ऑनर किलिंग का होना पाया। जिसके आधार पर थाना किशनी पर मुकदमा अपराध संख्या 472/2020 धारा 302/201/120 बी भारतीय दंड विधान बनाम रामू सिंह पुत्र वीरभान सिंह, सूर्यप्रताप सिंह पुत्र वीरभान सिंह, सौरभ उर्फ वैभव सिंह पुत्र सूर्यप्रताप सिह, मनीषा सिंह पुत्री सूर्यप्रताप सिंह व शिल्पी पुत्री सूर्यप्रताप सिहं के खिलाफ पंजीकृत किया गया। इसके बाद इस मुकदमे की विवेचना प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह के द्वारा तत्काल प्रारम्भ की गयी।
एसपी अजय कुमार, एएसपी मधुवन कुमार व क्षेत्राधिकारी भोगांव अमर बहादुर सिंह एवं थाना पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। जिस पर एसपी अजय कुमार ने उक्त अभियोग के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश देते हुए अति शीघ्र साक्ष्य संकलन कर घटना का अनावरण कर घटना में सम्मिलित अभियुक्तगण के विरूद्ध कार्यवाही करने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी किये थे। इस विवेचना में पाया गया कि मामला अन्तर्जातीय विवाह का होने के कारण मृतका रूबी सिंह के परीजनों को रूबी सिंह की आर्यसमाज मन्दिर में शादी कर लेना स्वीकार नहीं था। जिस कारण मृतका रूबी सिंह के परिजनों द्वारा रूबी सिंह को धीरे-धीरे विश्वास में लेकर रूबी सिंह के भाई सौरभ उर्फ वैभव सिंह की शादी पक्की करने का बहाना कर उसके वर्तमान पति सुनील कुमार गुप्ता के यहां से इटावा रोडवेज बस स्टेण्ड पर दिनांक 15 अक्टूबर 2020 को बुलवा लिया तथा उसे इटावा से रुबी सिहं के चाचा रामू सिहं अपने साथ गांव नगला कले ले आये। जहां पर दिनांक 19/20 अक्टूबर 2020 की रात्रि में करीब 3 बजे रुबी सिंह पर उसके चाचा राम सिंह व भाई सौरभ उर्फ वैभव सिहं द्वारा सुनील गुप्ता को छोड़ने एवं दूसरी जगह शादी करने के लिये दवाब बनाया गया, परन्तु रूबी सिंह अपने परीजनों की बात को मानने से मना करती रहीं। इसके बाद उसके चाचा रामू सिंह ने रूबी सिंह के पीछे से दोनो हाथ पकड लिये और रूबी सिंह के भाई सौरभ उर्फ वैभव सिंह ने रूबी सिहं का गला दबा दिया जिससे रूबी सिंह मौके पर बेहोश हो गयी। घटना को दूसरा रूप देने के लिये अचेत अवस्था में रूबी सिंह को बाल पकड कर दोनों ने छत से नीचे फेंक दिया तथा यह शोर मचाया कि रूबी सिंह छत से गिर गयी है। इसके बाद गांव वालों के कहने पर शमशेरगंज व ग्राम कैथपुर में झोलाछाप डाॅक्टर के यहां रूबी सिंह को दिखाया गया। इसके उपरान्त कानपुर इलाज के लिये ले जाने का ड्रामा रचा गया। उसी दौरान रास्ते में रूबी सिहं का मृत्यु होना बताया। इसके उपरान्त बिना किसी को सूचना दिये, बिना पंचायतनामा, बिना पोस्टमार्टम कराये शव को ग्राम नगला कले के बाहर बगिया में जला दिया गया। इस सम्बन्ध में मृतका के पति सुनील कुमार गुप्ता को भी कोई सूचना नहीं दी गयी। पुलिस ने आज मुखबिर की सूचना पर रामू सिहं, सौरभ उर्फ वैभव सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जिन्होंने जुर्म का इकबाल किया। इस कार्य में दोनों गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगण का सहयोग शेष नामजद अभियुक्तगण सूर्यप्रताप सिहं, मनीषा सिहं व शिल्पी सिहं ने किया है। इस मामले में अभी वांछित अभियुक्तों सूर्य प्रताप सिंह पुत्र वीरभान सिंह निवासी ग्राम नगला कले थाना किशनी मैनपुरी, मनीषा पुत्री सूर्यप्रताप सिहं निवासी ग्राम नगला कले थाना किशनी मैनपुरी, शिल्पी पुत्री सूर्यप्रताप सिहं निवासी ग्राम नगला कले थाना किशनी मैनपुरी की तलाश में पुलिस की अलग अलग टीमों को लगा दिया गया है।
अभियुक्तो को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक जैकब फर्नाण्डिस, कांस्टेबल शीटू कुमार, कांस्टेबल रामबाबू, कांस्टेबल बन्टी सिंह शामिल रहे।