205 मुठभेड़ में गोली की तड़तड़ाहट के बीच 381 बदमाश अरेस्ट- 2 पहुंचे यमलोक

205 मुठभेड़ में गोली की तड़तड़ाहट के बीच 381 बदमाश अरेस्ट- 2 पहुंचे यमलोक

लखनऊ। पश्चिमी यूपी के मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक के पद के बोर्ड़ पर नये साल पर एक नया नाम लिखा गया, वो नाम है डीके ठाकुर। सीनियर आईपीएस अधिकारी डीके ठाकुर ने नये साल 2024 पर मेरठ जोन के एडीजी के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। एडीजी डीके ठाकुर के 200 दिन के कार्यकाल में मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली पुलिस और बदमाशों के बीच 205 मुठभेड़ें हुई हैं। इन मुठभेड़ों में पुलिस और बदमाशों के बीच गोलियां चलने की तड़तड़ाहट की आवाजें जंगल में गूंजती रही। परिणाम हुआ कि एडीजी डीके ठाकुर के नेतृत्व में मेरठ जोन की पुलिस द्वारा 381 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 45 बदमाश ईनामी थे। मेरठ जोन के दो जनपद ऐसे भी हैं, जहां पर दो बदमाशों को यमलोक एक्सप्रेस में रवाना किया गया। पहला जनपद मेरठ और दूसरा जनपद है मुजफ्फरनगर। सबसे अधिक मुठभेड़ों में ईनामी सहित बदमाशों को गिरफ्तार करने में मुजफ्फरनगर पुलिस प्रथम रही।


उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में जैसे ही योगी आदित्यनाथ आये। उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही अधिकारियों का स्पष्ट निर्देश दे दिए थे कि अगर कोई भी अपराधी बंदूक या तंमचे के बल पर फरार होना चाहता है तो पुलिस भी उसे गोली का जवाब गोली से दे। जिस भी अपराधी ने पुलिस को तमंचा दिखाकर या गोली चलाकर डराने या भागने का प्रयास किया तो पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें पीतल की गोली का स्वाद चखाकर धर दबोचा है। पश्चिमी यूपी के मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर के कार्यकाल में मेरठ जोन के सात जिलों में कितनी मुठभेड़ हुई और कितने अपराधियों को लंगड़ा कर उन्हें गिरफ्तार किया गया। खोजी न्यूज आपको इससे रूबरू कराता है।

मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक डीके डाकुर की नेतृत्व में 200 दिन के कार्यकाल में मेरठ जोन की पुलिस और बदमाशों के बीच 205 मुठभेड़ हुई, जिनमें पुलिस ने 381 बदमाशों को अरेस्ट किया। इन मुठभेड़ में दो बदमाशों का फुल एनकाउंटर हुआ है। अरेस्ट किये गये बदमाशों में से 45 ऐसे थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिये ईनाम घोषित किया गया था।


एडीजी डीके ठाकुर के निर्देशन में मेरठ जिले में विभिन्न थानों की पुलिस और बदमाशों के बीच 26 मुठभेड़ हुई, जिनमें मेरठ पुलिस द्वारा 45 बदमाशों को अरेस्ट किया गया। मेरठ पुलिस द्वारा मुठभेड़ में एक फुल एनकाउंटर भी किया गया। मेरठ पुलिस द्वारा अरेस्ट किये गये बदमाशों में से 6 बदमाश ऐसे थे, जिन पर पुलिस अफसरों द्वारा उनकी गिरफ्तारी पर ईनाम घोषित किया गया था।

बुलंदशहर के एसएसपी श्लोक कुमार की अगुवाई में पुलिस और बदमाशों के बीच 30 मुठभेड़ हुई, जिसमें बुलंदशहर पुलिस 55 बदमाशों का पीतल से स्वागत कर उन्हें दबोचने का काम किया है। गिरफ्तार हुए उन 55 बदमाशों में से आधा दर्जन बदमाश ऐसे हैं, जिन पर ईनाम घोषित था। बागपत पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय की अगुवाई में बागपत पुलिस और बदमाशों के बीच जंगलों में दो दर्जन मुठभेड़ हुई, जिनमें बागपत पुलिस के जांबाजों ने डटे रहकर जवाबी कार्रवाई में 39 बदमाशों को धर दबोचा है। गिरफ्तार बदमाशों में से 5 बदमाशों पर ईनाम घोषित था।


हापुड़ पुलिस और बदमाशों के मध्य 25 मुठभेड़ हुई, जिसमें हापुड़ पुलिस के अफसरों व पुलिस कर्मियों द्वारा 52 अपराधियों को अरेस्ट किया गया, जिनमें से पांच बदमाशों पर ईनाम घोषित था। सहारनपुर जिले में सहारनपुर पुलिस की विभिन्न टीमों और बदमाशों के बीच हुई 35 मुठभेड़ों में 56 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 9 बदमाश ईनामी थे।

मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह की अगुवाई में बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीमों की हुई 55 मुठभेड़ों में 116 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें कई दर्जन बदमाशों का पीतल से स्वागत कर उन्हें गोली का स्वाद चखाया गया। मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये बदमाशों में से 14 बदमाश ईनामी थे। मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा एक बड़ी मुठभेड़ भी हुई, जिसमें में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा एक बदमाश को रतनपुरी थाना इलाके में ढेर कर उसे यमराज के घर पर भेज दिया गया। पुलिस मुठभेड़ और मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाशों के मामले में मुजफ्फरनगर पुलिस मेरठ जोन के 7 जनपदों में नंबर वन पर बनी रही।

अब आता है मेरठ जोन का सातवां जिला शामली। शामली जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच 10 मुठभेड़ हुई हैं। शामली ही एक ऐसा जिला है, जहां पर सबसे कम पुलिस और बदमाशों के बीच सबसे कम मुठभेड़ हुई हैं। शामली पुलिस ने इन 10 मुठभेड़ों में डेढ़ दर्जन अपराधियों को अरेस्ट किया गया। शामली पुलिस द्वारा मुठभेड़ में गिरफ्तार किये गये बदमाशों में से एक भी बदमाश पर ईनाम घोषित नहीं था। कुल मिलाकर मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक डीके ठाकुर के 200 दिन के कार्यकाल में मेरठ जोन की पुलिस ने 205 मुठभेड़ में 381 बदमाशों को गिरफ्तार किया जबकि दो बदमाशों को बड़े घर रवाना करने में अपनी अहम भूमिका निभाई। इन 381 बदमाशों में 45 पुरस्कार घोषित अपराधी भी थे।

epmty
epmty
Top