फर्जी दस्तावेज पर मास्टर कर रहा था नौकरी-पहुंच गया जेल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर फर्जी तरीके से बाराबंकी में नियुक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिलने पर कल रात बाराबंकी जिले में कमिया के प्राथमिक विद्यालय के सूरज कुमार उपाध्याय के नाम से नियुकत फर्जी प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी का नाम सुभाष पाण्डेय है और वह संतकबीर जिले का रहने वाला है। यह आरोपी दूसरे के शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर फर्जी रुप से नौकरी कर रहा था।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीफ मुख्यालय को फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग मेें फर्जी तरीके से शिक्षक नियुक्त होने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, जिसके क्रम में मानव संपदा पोर्टल उत्तर प्रदेश मेें फीड डाटा का अनुश्रवण करने पर विभिन्न जिलों से दूसरे व्यक्ति के शैक्षिक दस्तावेज के आधार पर अथवा कूटरचित अंकपत्र के आधार पर 76 फर्जी शिक्षकों के बारे में एसटीएफ को सूचना प्राप्त प्राप्त हुयी थी।
उन्होंने बताया कि जांच व कारवाई के क्रम में एसटीएफ के पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ यश और प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह सिसौदिया ने अपर पुलिस अधीक्षक सत्यसेन यादव को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था, जिसके अनुपालन में श्री यादव ने निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा के नेतृत्व में अभूचना संकलन के लिए एक टीम गठित करने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में कल एसटीएफ की टीम खण्ड शिक्षा अधिकारी पूरेडलई बाराबंकी के कार्यालय में जाकर सूची में अंकित सूरज कुमार उपाध्याय, प्रधानाध्यापक के बारे में जानकारी प्राप्त की गई और सूरज कुमार उपाध्याय को तलब कराया गया, जिस पर सूरज कुमार उपाध्याय उपस्थित हुए।
प्रवक्ता ने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी से अभिलेख प्राप्त कर सूरज कुमार उपाध्याय को साथ लेकर अभिलेख जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लेकर आये और बाराबंकी के बीएसए को प्रकरण से अवगत कराया गया। जांच आख्या तथा अभिलेखानुसार डीएवी नारंग इण्टर कालेज घुघुली जिला महराजगंज के कार्यालय अभिलेख में सूरज कुमार उपाध्याय पुत्र मदन गोपाल उपाध्याय के मूल निवास का पता ग्राम चौमुखा महराजगंज अंकित पाया गया, जो वर्तमान में सहायक अध्यापक के पद पर पर घुघली महराजगंज में नियुक्त है। सूरज कुमार उपाध्याय बाराबंकी मेें प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त सूरज कुमार उपाध्याय के शैक्षिक दस्तावेज एक ही पाये गये।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ टीम ने उपलब्ध दस्तावेजाें व वास्तविक सूरज कुमार उपाध्याय के फोटो को दिखाते हुए मौके पर उपस्थित सूरज कुमार उपाध्याय, प्रधानाध्यापक कमियार बाराबंकी से इस विषय में सख्ती से पूंछतांछ की गई तब बताया कि उसका असली नाम सुभाष पाण्डेय निवासी ग्राम रीठा मड़पौना, थाना धनघटा संतकबीरनगर है। उसकी जन्मतिथि 02.07.1962 है। हाईस्कूल परीक्षा वर्ष 1977 मेें कृषक औद्योगिक पाल इण्टर कालेज, हरिहरपुर,संतकबीरनगर से, इण्टरमीडिएट परीक्षा वर्ष 1979 मेें भोला राम मसकरा इण्टर कालेज, सहजनवा, गोरखपुर से व स्नातक परीक्षा वर्ष 1982 में एपीएन महाविद्यालय जिला बस्ती से उत्तीर्ण किया है, उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। वर्ष 2011 मेें उसकी मुलाकात बाराबंकी में नियुक्त सहायक अध्यापक गिरिजेश कुमार त्रिपाठी से हुई जो गोरखपुर के रहने वाले हैं। जिसने उससे एक लाख रूपया लेकर सूरज कुमार उपाध्याय के नाम से सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी लगवाया था।
प्रवक्ता ने बताया कि बीएसए बाराबंकी कार्यालय द्वारा सूरज कुमार उपाध्याय के नियुक्ति से संबंधित अभिलेख व शैक्षिक दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां उपलब्ध करायी गयी, जिससे सुभाष पाण्डेय के विरूद्ध फर्जी नियुक्ति व कूटरचना के संबंध में साक्ष्य मौजूद पाये गये। एसटीएफ की टीम ने कल रात साढ़े आठ बजे मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी को आज अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।