मुज़फ्फरनगर पुलिस- जब परिवार को गंगनहर में डूबने से बचाया दरोगा गणेश ने

मुज़फ्फरनगर पुलिस- जब परिवार को गंगनहर में डूबने से बचाया दरोगा गणेश ने

मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देशन में मुज़फ्फरनगर पुलिस की गुड पुलिसिंग समय समय पर देखने को मिलती रहती है। कभी उनकी पुलिस बुजुर्ग दंपत्ति की 75वीं सालगिरह लॉकडाउन में मानती है तो कभी नागपुर के अनिरुद्ध के सोशलवर्क करने पर उसके वापस जाने का इंतज़ाम करती है । एसएसपी अभिषेक यादव की पुलिस हर बार नया काम करके पब्लिक में अपनी इमेज बनाने में जुटी रहती है, आज भी ऐसा ही वाक्या भोपा गंगनहर पर देखने को मिला क्या है पूरा मामला पढ़िए ..........

दरअसल पति के हाथों रोजमर्रा की मार-पिटाई, घरेलू क्लैश से परेशान एक महिला अपने दो मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या करने निकल गई, नहर के पुल पर जाकर महिला अपना और अपने बच्चों का जीवन समाप्त करने के लिए पानी में सामने ही वाली थी कि वहां पर खाकी वर्दी वाले फरिश्ता बनकर पहुंचे और इस महिला व इसके दोनों बच्चों का जीवन बचा लिया। इस महिला को बाद में उसके माता पिता के हवाले कर दिया गया।



वाक्या सोमवार की शाम करीब चार बजे का है। वीकेंड लाॅक डाउन की दो दिन की पाबंदी के बाद बाजार खुले तो भोपा कस्बे की सड़कों पर भी ग्रामीण क्षेत्रों से आवागमन हुआ और भीड़ उमड़ी रही। भीड़भाड़ के इस माहौल में भोपा थाने के कस्बा चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक गणेश शर्मा अपने हमराह कांस्टेबल नौशाद के साथ भोपा नहर पुल के आसपास संदिग्धों की तलाश के लिए चैकिंग में जुटे हुए थे। दिन ढल रहा था और शाम घिर आने को तैयार थी। शाम के लगभग 4 बजे होंगे इसी बीच नहर की पुल पर जाती एक महिला पर दरोगा गणेश शर्मा की यकायक ही नजर पड़ी। महिला का हाव-भाव उनको कुछ खटका, इस महिला के साथ छोटे दो बच्चे भी थे। महिला पुल के बीच में जाकर जैसे ही ठिठकी, उपनिरीक्षक गणेश शर्मा को उसके इरादों को भांपने में देर नहीं लगी। वह तुरंत ही अपने साथी सिपाही नौशाद को आवाज लगाकर नहर पुल की और दौड़ पड़े, तब तक महिला पुल से नहर में कूदने की तैयारी कर चुकी थी। उसने अपने दोनों बच्चों के हाथ पकड़ रखे थे और वह नहर के पानी की धारा में समा जाती, इससे पहले ही फरिश्ता बनकर वहां पर पहुंचे दरोगा गणेश शर्मा और कांस्टेबल नौशाद ने इन तीनों जिन्दगी को बचा लिया। उन्होंने महिला व उसके बच्चों को पुल से अलग करते हुए समझाया और उसकी पीड़ा सुनी। बाद में वह तीनों को थाना लेकर आ गये।

यह महिला आदेश पत्नी अशोक कुमार सहारनपुर जनपद के तीतरो क्षेत्र के गांव खजराना से यहां पर पहुंची थी। वहां उसकी ससुराल है और महिला का मायका मुजफ्फरनगर जनपद के ककरौली थाना क्षेत्र के गांव चौरावाला में है। कस्बा भोपा चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक गणेश शर्मा बताते हैं, कि महिला परेशान नजर आ रही थी, उनकी अचानक ही निगाह वहां पहुंची और वह ईश्वर का आभार व्यक्त करने के साथ ही इस बात पर संतोष व्यक्त करते हैं कि उनके हाथों तीन जान सुरक्षित बच गयी। उन्होंने बताया कि इस महिला के साथ उसकी 9 वर्ष की बेटी तन्वी और 5 वर्ष का बेटा यशवीर भी था। महिला से जब थाने लाकर उसकी परेशानी के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि उसका पति शराब पीने का आदी है, आये दिन घर में झगड़ा और क्लैश रहता है, बच्चों के साथ उसको भी पीटता है, उसका जीवन नरक बन गया है। इसी से परेशान होकर वह अपनी और अपने दोनों बच्चों की जिन्दगी खत्म करने के इरादे से घर से निकली थी। उप निरीक्षक गणेश शर्मा ने साड़ी जानकारी भोपा कोतवाल संजीव कुमार को दी टी उन्होंने महिला से उसके परिजनों के बारे में जानकारी ली और उसके पिता व भाई को जानकारी दी। कुछ ही देर में महिला का भाई कुलदीप और उसके माता पिता थाने पहुंचे। वहां से महिला व उसके दोनों बच्चों को पुलिस ने उनके सुपुर्द कर दिया। कस्बे में चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक गणेश शर्मा के इस कार्य की सभी सराहना कर रहे हैं।

उप निरीक्षक गणेश शर्मा एक महीने से थाना भोपा में कस्बा चौकी इंचार्ज के दायित्व पर तैनात हैं। हालांकि वह पिछले आठ महीनों से भोपा थाना क्षेत्र में ही कार्यरत हैं। इससे पहले वह जनपद कानपुर मे तैनात रहे हैं। वहां से यहां ट्रांसफर होने के बाद उनको भोपा थाना में तैनात किया गया है।

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