कप्तान अभिषेक ने तोड़ी असलाह तस्करों की कमर

मुजफ्फरनगर। क्राईम की दुनिया में अव्वल नम्बर पर नाम दर्ज कराने वाला जनपद मुजफ्फरनगर अवैध असलाह की खान भी कहा जाता है। यहां पर गांव देहात में तैयार होने वाले देशी अवैध असलाह का कारोबार यूपी के दूसरे जनपदों के साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी किया जाता है। मुजफ्फरनगर का बुढ़ाना थाना क्षेत्र अवैध असलाह के लिए चर्चित रहा है। एक साल पहले जब आईपीएस अभिषेक यादव ने मुजफ्फरनगर में पुलिस कप्तान का पद संभाला तो उन्होंने अवैध असलाह के कारोबार की रीढ़ पर चोट करने के लिए अभियान चलाया। 12 महीने के कार्यकाल में उन्होंने 9 अवैध असलाह के कारखानों का भंडाफोड़ किया और बुढ़ाना में पकड़ी गयी एक फैक्ट्री तो उनके कार्यकाल का सबसे बड़ा गुडवर्क रही। इसमें देशी हथियारों का पूरा जखीरा बरामद करने के साथ ही नौ अवैध असलाह तस्करों को गिरफ्तार करने का काम पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने किया। अभिषेक यादव के कार्यकाल का यह सबसे बड़ा गुडवर्क असलाह तस्करों में भय का आलम पैदा करने वाला साबित हुआ है। इस बार पुलिस ने इन तस्करों का इलाज करने के लिए गैंगस्टर की कार्यवाही को भी आगे बढ़ाया।
मुजफ्फरनगर क्राईम ब्रांच और थाना बुढ़ाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर ग्राम जौला के जंगल में छोटे रजवाहे के पास ईख के खेत में जब असलाह तस्करों को घेरने के लिए फिल्डिंग लगाई तो इस कार्यवाही के दौरान पुलिस मुठभेड़ अवैध तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया करते हुए 9 शातिर अवैध शस्त्र तस्कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किये गये अपराधी ग्राम जौला के जंगल में नाजायज तमंचा बनाने की फैक्ट्री चला रहे थे। पुलिस ने अपराधियों के कब्जे से 75 बने, 45 अधबने तमंचे व भारी मात्रा में कारतूस तथा अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद किये है। जिनमें 42 तमंचे 315 बोर, 3 मस्कट 12 बोर, 3 मस्कट 315 बोर, 2 तमंचा 12 बोर, 1 बन्दूक 12 बोर, 24 तमंचे अर्धनिर्मित, 18 कारतूस जिंदा 315 बोर, 5 कारतूस जिंदा 12 बोर, 4 खोखा कारतूस 315 बोर, 10 अधबनी बाॅडी, 16 नाल 315 बोर, 19 नाल 12 बोर, शिकंजा, ड्रिल, अदद प्लास, रेती छोटी व बड़ी, पेचकस, छेनी, हथौड़ा, आरी मय भारी मात्रा में अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण व कच्चा माल बरामद हुआ है।

बुढ़ाना पुलिस की सफलता ने अवैध असलाह तस्करों को भयभीत कर दिया। बुढ़ाना थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर केपी सिंह और उप निरीक्षक राकेश शर्मा की इस गुडवर्क में बड़ी भूमिका रही। आईपीएस अभिषेक यादव के एक साल के कार्यकाल में बुढ़ाना पुलिस द्वारा यह तीसरा अवसर था जबकि अवैध असलाह के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए तस्करों को जेल की सींखचों के पीछे भिजवाने का काम किया गया। इस गुडवर्क के बाद पुलिस कप्तान अभिषेक यादव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि असलाह तस्कर इलियास उर्फ टीटी व जमील इस अवैध शस्त्र फैक्ट्री को काफी समय से चला रहे थें, इनके द्वारा हजारो की संख्या में अवैध तमंचे बनाकर बेचे जा चुके है, असलाह तस्कर इलियास उर्फ टीटी थाना बुढाना से पूर्व में फरवरी माह में जेल जा चुका है तथा अपराधी इलियास उर्फ टीटी के बाद अपराधी जमील अपने अन्य साथियों के साथ अवैध शस्त्र फैक्ट्री चलाता था। अपराधी इलियास अभी कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर दोबारा अपने साथी अपराधी के साथ मिलकर अवैध तमंचे बनाने की फैक्ट्री चलाने लगा था।
पुलिस को अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि हम लोग तमंचे बनाने के लिये अपने साथियों शमशाद, मसरूर, माहिर, नूर मौहम्मद आदि के साथ मिलकर जनपद शामली के कैराना से जनपद मेरठ से और मुजफ्फरनगर के खतौली व बुढ़ाना क्षेत्र से कच्चा माल (स्टेरिंग की राॅड, तमंचे में लगने वाली चैन, बट में लगने वाली लोहे की पत्ती व लकड़ी) आदि को खरीदकर जंगल ग्राम जौला में हमारे द्वारा चलायी जा रही फैक्ट्री पर लाकर अवैध तंमचे तैयार करते थे, जिसमें 1 तमंचे की लागत 600 से 700 रूपये तक आती थी, जिसे हम लोग अपने साथी अभियुक्त इलियास उर्फ टीटी व शौकत निवासी निरपडा, बन्टी निवासी निरपडा व शमीम निवासी लावड मेरठ को 2500 रूपये में देते थे। ये लोग तैयार तमंचे को मांग के अनुसार जनपद मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, सहारनपुर, गाजियाबाद व हरियाणा राज्य के जनपद पानीपत व अन्य जनपदों में तमंचा 3200 रूपये से 3500 रूपये, मस्कट 5000 रूपये से 6000 रूपये तथा बंदूक 12 बोर व 315 बोर 10 हजार रूपये से 15 हजार रूपये में बेचते थे।
पुलिस को अपराधियों ने पूछताछ मे अपना नाम व पता इलियास उर्फ टीटी पुत्र हनीफ तेली निवासी मौहल्ला रावलों वाला थाना बुढ़ाना जनपद मुजफ्फरनगर, कय्यूम पुत्र फैमूदीन निवासी ग्राम हुसैनपुर थाना बुढाना जनपद मुजफ्फरनगर, शमशाद पुत्र महमूद निवासी ग्राम हबीबपुर थाना फुगाना जनपद मुजफ्फरनगर, जमील पुत्र मुनफैद, मसरूर पुत्र सलामू, माहिर पुत्र गुलाम मौहम्मद निवासी ग्राम जौला थाना बुढाना जनपद मुजफ्फरनगर, मनीष पुत्र कर्मवीर, शौकत पुत्र मुशताक निवासी ग्राम निरपड़ा थाना दोघट जनपद बागपत व नूर मौहम्मद पुत्र अजीज निवासी मौहल्ला इकरामपुरा थाना कैराना जनपद शामली बताया है। इसमें तीन शातिर अपराधी भागने में भी कामयाब रहे जिनके नाम व पता राशिद पुत्र सम्मन, शमीम पुत्र इब्राहिम निवासी ग्राम जौला थाना बुढाना जनपद मुजफ्फरनगर, बन्टी पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम निरपडा थाना दोघट जनपद बागपत बताया है।