जिला प्रेस क्लब ऑफ शामली ने पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को किया सम्मानित
शामली। जनपद में अपराध और अपराधियों के खिलाफ छेड़े गये अभियान सहित महिला सशक्तिकरण के लिए किये गये विशेष प्रयासों के लिए जिला प्रेस क्लब ऑफ शामली ने पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को सम्मानित किया है। जिला प्रेस क्लब ऑफ शामली द्वारा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को विशिष्ट सेवा सम्मान प्रदान किये जाने पर झिंझाना के वरिष्ठ पत्रकार प्रेमचन्द वर्मा ने कहा कि पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को सम्मानित किये जाने के लिए जिला प्रेस क्लब ऑफ शामली के निर्णायक मंडल द्वारा लिए गये सही निर्णय का मै दिल से स्वागत करता हूँ। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार वास्तव में इस सम्मान के लिए सबसे उपयुक्त अफसर हैं।
''आप जैसा कोई न आया और न आयेगा''
युवा और जोशीले आईपीएस अफसर अजय कुमार ने जनपद में पुलिस अधीक्षक का चार्ज लेते ही जोश के साथ होश से काम लेते हुए पहले अपराध के कारणों की तह में जाकर उनके खात्मे की रणनीति पर जैसे ही काम करना शुरू किया, वैसे ही उसके सकारात्मक रिजल्ट आना शुरू हो गये थे और अजय कुमार के लिए जनपदवासियों के मन में आज ''आप जैसा कोई न आया और न आयेगा'' की धारणा घर कर गयी है। महिलाओं के प्रति अपराधों की बात करें तो उनके चार्ज लेने के बाद से चेनस्नेचिंग की वारदात आश्चर्यजनक रूप से थम गयी और उनके आठ माह के उनके कार्यकाल में एक भी चेनस्नेचिंग की वारदात का न होना युवा अफसर की परिपक्व रणनीति का ही कमाल कहा जा सकता है।
अपराधियों के आफत बना एसपी अजय कुमार का ऑपरेशन शिकंजा
अजय कुमार ने जनपद में कार्यभार सम्भालने के बाद अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए ऑपरेशन शिकंजा अभियान की शुरूआत की थी। ऑपरेशन शिकंजा के तहत जनपद की पुलिस बदमाशों के खिलाफ एक साथ हमलावर होकर 12 घंटे तक अपने-अपने क्षेत्र के उन बदमाशों को कानून की जंजीरे पहनाने का प्रयास करती है, जो किसी न्यायालय में वांछित है और न्यायालय ने उनके खिलाफ वारंट जारी कर रखे हैं या जो शातिर जमानत पर हैं, लेकिन फिर अपराध करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एसे शातिर अपराधियों के खिलाफ हर सप्ताह ऑपरेशन शिकंजा अभियान चलाया जाता है और उन्हें उनकी सही जगह यानी जेल भिजवाया जाता है। ऑपरेशन शिकंजा की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने सघन कार्यवाही करते हुए 12 घंटे के भीतर ही चार दर्जन अपराधियों के हाथों में हथकड़ी दी। इससे पूर्व भी शामली पुलिस ने अपने कप्तान के निर्देशन में एक सीमित समय में रिकार्ड बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जानकारों की मानें तो अब तक ऑपरेशन शिकंजा के तहत हजारों शातिर बदमाशों को जेल की हवा खिलायी जा चुकी है। ऑपरेशन शिकंजा के तहत पुलिस कार्यवाही में दो दर्जन से अधिक अपराधी घायल भी हुए है। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
अजय कुमार खूब ने किया तकनीक का इस्तेमाल
अपराध की दृष्टि से जनपद की जटिल स्थिति को भांपते हुए उसपर प्रभावी नियंत्रण करने के लिए युवा आईपीएस अफसर अजय कुमार ने बतौर पुलिस अधीक्षक जोश के साथ होश से भी काम लिया है। इसके तहत उन्होंने जहां जोश अर्थात ताकत की जरूरत महसूस हुई, उसका भरपूर इस्तेमाल किया और अपराधियों पर नकेल कसकर अपराध पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त किया और जहां तकनीक की जरूरत हुई तो वहां उन्होंने तकनीक का भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया, जिससे अपराध और अपराधियों के सर पर कार्रवाई की तलवार हमेशा लटकती दिखायी देने लगी।
लोगों को पसंद आ रहा अजय कुमार का हालचाल दस्ता
एसपी अजय कुमार ने शामली के 322 गांव और 38 मौहल्लों के लिए 8 महिला पुलिस कर्मियों का हालचाल दस्ता गठित किया था, जिसे आठ विभागीय मोबाइल फोन मुहैया कराये गये हैं। हालचाल दस्ते की इन महिला पुलिसकर्मियों का काम काॅल सेंटर की तरह लोगों को काॅल करके उनका हालचाल जानना और सम्भावित घटना या वारदात के बारे में फीडबैक हासिल करके उसे महत्व के आधार पर सम्बन्धित थानाध्यक्ष या स्वयं एसपी तक पहुंचाना होता है। हालचाल दस्ते को उपलब्ध कराये गये मोबाइल में प्रत्येक गांव व मौहल्ले के 10-10 ऐसे लोगों के मोबाइल नम्बर फीड कराये गये हैं, जो वहां की अच्छी-बुरी सूचना से पुलिस को अवगत करा सकें और पुलिस के संदेश को आसानी से क्षेत्र में प्रसारित करा सकें। इस तरह से मोबाइल से 3600 लोगों से सम्पर्क आसान हो गया है। इसके साथ ही 40-40 नम्बरों के अलग से ग्रुप बनाये गये हैं, जिसमें क्षेत्र के व्यवसायी, पैट्रोल पम्प संचालकों, शिक्षण संस्थान, चिकित्सक, उद्योगपति को शामिल किया गया है। लोगों से बातचीन करने में आसानी की दृष्टि से हालचाल दस्ते की एक महिलाकर्मी के मोबाइल में 500 नम्बर उपलब्ध होते हैं, जिनसे वे लगातार सम्पर्क स्थापित करके उनसे फीडबैक लेने का कार्य करती रहती हैं। हालचाल दस्ते की महिलाकर्मी प्रतिदिन डेढ हजार लोगों से संपर्क कर जानकारी जुटाती है। अजय कुमार द्वारा गठित हालचाल दस्ते की कार्यशैली लोगों को खूब भा रही है।
अजय कुमार का महिला सशक्तिकरण अभियानः चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो
शामली एसपी अजय कुमार पांडेय ने छात्राओं को महिला सशक्तिकरण चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो पुलिस हैल्पलाईन 1090 व 100 सहित ट्विटर सेवा के संबंध में जानकारी देकर छात्राओं और गणमान्य नागरिक को जागरूक किया है। हिन्दू कन्या इण्टर कॉलेज में महिला सशक्तिकरण चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो कार्यशाला के आयोजन में छात्राओं और अधिकारियो के अलावा शामली जिले के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
पत्रकारों के खिलाफ जाकर आमजन ने दिया एसपी अजयकुमार का साथ
कथित रूप से पत्रकारों के उत्पीड़न के मामले में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को दोषी मानकर उनके ट्रांसफर की मांग को लेकर धरना दे रहे पत्रकारों के विरोध में जनपद की जनता ने भी मोर्चा सम्भाल लिया है। उनका कहना है कि पत्रकारों की माँग नाजायज है। एसपी का कार्यकाल व कार्यप्रणाली उत्कृष्ट है, जिससे आम जनता को बहुत राहत है। उनका कहना है कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। इस सम्बन्ध में राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया है। एसपी अजय कुमार ने भी जनता से अपील की है कि गलत तथ्यों वाली किसी खबर पर ध्यान न दें और कानून हाथ में लेने की कोई कोशिश नहीं करे, बस सच्चाई का साथ देते रहिए।