UP- हर जिले में लोन बांटने के लिए लगेंगे मेले
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हर जिले में लोन मेला आयोजित किया जायेगा जिसमें पात्र लोगों को विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण मुहैया कराया जायेगा। इस सिलसिले में बैंको से तालमेल बनाने के निर्देश दिये गये हैं।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में लोन मेला आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। पात्र व्यक्तियों को लोन मेले के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के तहत अनुमन्य ऋण उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में बैंकों के साथ समन्वय बनाते हुए बैंक शाखावार लक्ष्य तय किये जाने के निर्देश भी दिये हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्टैण्ड-अप इण्डिया स्कीम के माध्यम से प्रत्येक बैंक शाखा द्वारा कम से कम एक अनुसूचित जाति/जनजाति तथा एक महिला उद्यमी को ऋण उपलब्ध कराया जाए। इससे प्रदेश के 36,000 अनुसूचित जाति/ जनजाति एवं महिला उद्यमियों को लाभ मिलेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि 14 मई के बाद अब तक प्रदेश की 6.24 लाख नई एमएसएमई इकाइयों को बैंकों द्वारा 18,330 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अन्तर्गत इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारण्टी स्कीम के माध्यम से पूर्व संचालित 4.37 लाख एमएसएमई इकाइयों को 10,847 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया जा चुका है। इस प्रकार बैंकों के माध्यम से विभिन्न श्रेणी की एमएसएमई इकाइयों को 29,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण उपलब्ध कराया गया है।
उन्होने बताया कि केन्द्र सरकार के अनुसार इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारण्टी स्कीम एक 'आप्ट आउट' योजना है। इस योजना का दृष्टिकोण सार्वभौमिक है। सभी संस्थाएं योजना के अन्तर्गत सहायता के लिए पात्र हैं, बशर्ते वे निर्धारित पात्रता मानदण्डों को पूरा करती हों।
ईसीएलजीएस के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, व्यवसाय उद्यम, व्यवसाय के उद्देश्य से ऋण लेने वाले व्यक्ति तथा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत ऋण प्राप्तकर्ता इस योजना के अन्तर्गत सहायता के लिए प्राप्त है। योजना के दिशा-निर्देशों किसी रोजगार सृजन योजना के अन्तर्गत स्थापित होने के आधार पर किसी इकाई/उद्यम के अपात्र होने के सम्बन्ध में कोई शर्त नहीं है।