श्रीमद्भागवत से ही जीवन का उद्धार संभव है- मनीष चौधरी
मुजफ्फरनगर। नई मंडी के कूकडा के शिवनगर की गली नंबर-2 में संगीतमय श्रीमदभगवद्गीता कथा का आज भंडारे के साथ समापन हो गया। कथा व्यास बिजेन्द्र मिश्रा ने श्रद्धालुओं को कई दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कराया।
रविवार को कथा के अंतिम दिन सवेरे हवन का आयोजन किया गया जिसमें मौजूद यजमानों ने अपनी आहूति दी। भारी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने श्रीमद्भागवत के जयकारे लगाते हुए कहा कि एक सप्ताह तक कथा का जो आनन्द उन्हें मिला है वह उन्होंने आत्मसात कर लिया है। सवेरे हवन के उपरान्त विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कन्याओं को भोग प्रसाद एवं दक्षिणा देने के उपरान्त भंडारा शुरू किया गया, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कथा व्यास पंडित बिजेनद्र मिश्रा ने भंडारे के उपरान्त सभी को अपना आशीर्वाद दिया और भविष्य में इस तरह की कथाओं का आयोजन कराने संकल्प लोगों को दिलाया।
इस दौरान मनीष चौधरी ने सभी को कथा के सुंदर आयोजन पर बधाई दी और कहा कि श्रीमद्भागवत से ही जीवन का उद्धार संभव है। इस दौरान आचार्य अनूप मिश्रा, अवधेश जैन, दीपक, कथा आयोजक रविंद्र जैन, केपी चौधरी, सुरेंद्र मित्तल, मनीष चौधरी उर्फ गोलू, रवी मित्तल, रविंद्र जैन, आरपी दीक्षित, अरविंद व दीपक गर्ग आदि उपस्थित रहे।