सिंधु बॉर्डर पर बवाल- स्थानीय लोगों ने अन्नदाताओं पर बरसाए पत्थर
नई दिल्ली। पिछले 65 दिनों से दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में धरना दिये बैठे किसानों पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। जिससे जमकर बवाल हुआ। पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए। मौके पर पुलिस का भारी जमावड़ा लगा हुआ है और कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
शुक्रवार को राजधानी के सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा धरना प्रदर्शन 65वें दिन में प्रवेश कर गया। दोपहर के समय स्थानीय लोगों ने सड़क खाली करने की मांग करते हुए धरना दिये बैठे किसानों पर पथराव कर दिया। जिससे कई किसान चोटिल हो गए। धरनारत किसानों का आरोप है कि पत्थरबाजों को मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स द्वारा रोकने की कोशिश नहीं की गई। बाद में बवाल बढ़ता देख पुलिस ने हस्तक्षेप कर लोगों को लाठिया फटकार कर तितर-बितर कर दिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान किसानों ने भी अपना बचाव करते हुए स्थानीय लोगों को खदेड़ने की कोशिश की।
प्रदर्शनकारी किसानों का आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सरकार के इशारे पर उनके ऊपर पथराव किया है। सरकार धरनारत किसानों को वैसे तो उठा नहीं सकी, लेकिन अब स्थानीय लोगों का सहारा लेकर उन्हें उठाने की कोशिश की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने कृषि कानून वापिस होने तक सिंघु बॉर्डर से हटने से इंकार कर दिया है। सिंघु बॉर्डर पर माहौल फिलहाल पूरी तरह से तनावपूर्ण बना हुआ है। स्थानीय लोगों और किसानों के बीच हुए टकराव से उत्पन्न हालातों का दिल्ली पुलिस के आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र यादव ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। गौरतलब है पिछले कई दिनों से सिंघु बॉर्डर पर पुलिस फोर्स की तादाद में बढ़ोतरी की जा रही थी।