मुस्लिम समाज ने राममंदिर निर्माण के लिए उत्साह से दिया योगदान
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल के निवास 72 बाबर रोड पर एक कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के लोगों ने आज श्री राम मंदिर निर्माण के लिए अपना योगदान बड़े उत्साह के साथ किया।
कार्यक्रम में दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र से आए हुए, मुस्लिमों ने बहुत उत्साह के साथ राम मंदिर के चित्र के साथ फोटो भी खिंचवाई और अपनी रसीद भी गर्व से दिखाई। वैडिंग बाॅक्स का काम करने वाले जलालुद्दीन ने कहा, "मैं चंदा देते समय बहुत उत्साहित हूं।" जामा मस्जिद में कपड़ों की दुकान करने वाले हारून का कहना था कि पहले हमसे किसी ने मांगा ही नहीं।
जामा मस्जिद पर मोबाईल का काम करने वाले मुद्दसिर का कहना था कि मैं इसकी फोटो अपने घर पर दिखाउंगा। जाफराबाद से आए सैयद मोहम्मद जावेद ने कहा कि हमारे विधायक ने हमें सूचना दी थी, तो हम यहां सहयोग करने आए हैं। ऐसे ही बाकी लोगों ने भी उत्साहपूर्ण बातें की। इन सभी मुस्लिम भाइयों जिन्होंने अपना सहयोग दिया उन्होंने बड़े फख्र से अपना मोबाइल नंबर दिया और हस्ताक्षर रसीदों पर किए।
इस अवसर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि यह संयोग है कि बाबर रोड पर मुस्लिम समाज अयोध्या के राम मंदिर के लिए सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज द्वारा राम मंदिर निर्माण में सहयोग गंगा-जमुनी तहजीब, प्रेम, सौहार्द्र को आपस में बढ़ाएगा। कुछ मुस्लिम भाइयों का कहना था कि राम एक जीवन पद्धति है, एक आचरण और व्यवहार है, जो हमें परिवार में एक-दूसरे के प्रति हमारा क्या कर्तव्य होना चाहिए, यह सिखाता है। बड़ी संख्या में रामलीलाओं के बाड़े में मुस्लिम भाई-बहन हर साल देखे जा सकते हैं जो बड़े चाव से रामलीला देखते हैं।
उन्होंने कहा, "हम सरकार से कहेंगे कि समय आने पर इस बाबर रोड का नाम भी वैसे ही बदलें, जैसे कई शहरों व मार्गों का नाम बदला गया है।" उन्होंने बताया कि चूंकि वह चांदनी चौक से दो बार सांसद रहे हैं। इसलिए उनके संबंध हिन्दू-मुस्लिम सभी वर्गों से बहुत अच्छे हैं। पिछले दिनों जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान के तहत व्यापारियों से सम्पर्क किया, तब बहुत से मुस्लिम भाइयों ने भी राम मंदिर निर्माण में सहयोग करने के इच्छा व्यक्त की।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए पहले तो सभी पक्षों में सहमति बनी कि वो अदालत के आदेश को मानेंगे और फिर जब उच्चतम न्यायालय का आदेश आया तो उस पर सबने फूल चढ़ाए और आज मुस्लिम समाज राम मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश में जगह-जगह सहयोग दे रहा है। छोटी से लेकर बड़ी राशि का सहयोग वो स्वेच्छा से कर रहा है। पिछले दिनों खबर आई थी कि चेन्नई के एक मुस्लिम व्यापारी ने एक लाख रूपए राम मंदिर निर्माण के लिए दिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के अंदर 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे के साथ जो विकास की योजनाएं ला रहे है, उसका लाभ सभी समाजों, जाति, धर्मों वर्गो को मिल रहा है, इसीलिए लोग उनसे बहुत प्रसन्न हैं।