जिले में सबसे ज्यादा कोरोना के सक्रिय मरीज
जयपुर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना अब लगभग दम तोड़ चुका है लेकिन अभी भी प्रदेश मेें दो सौ से अधिक सक्रिय मरीज हैं जिनमें सर्वाधिक 67 जयपुर जिले में हैं।
चिकित्सा विभाग के अनुसार रविवार शाम को राज्य में पन्द्रह नये मामले सामने आये और इतने ही मरीजों के और ठीक हो जाने से सक्रिय मरीजों की संख्या 237 ही रह गई। शनिवार को भी इतने ही सक्रिय मरीज थे। जयपुर के बाद कोरोना के सबसे अधिक 58 सक्रिय मरीज उदयपुर में हैं। इसके अलावा नागौर एवं अलवर में 12, सीकर में 10 सक्रिय मरीज हैं। सत्रह जिलों में दस के आंकड़ें से कम ही सक्रिय मरीज हैं जबकि दस जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं जिनमें बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, चुरु, डूंगरपुर, बूंदी, झुंझुनूं, करौली एवं सिरोही शामिल है। राज्य में झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ एवं जालोर जिला भी कोरोना मुक्त हो चुके थे लेकिन शनिवार को इन जिलों में कोरोना के नये मामले फिर से सामने आ गये।
राज्य में पिछले कई दिनों से कोरोना के नये मामलों में ज्यादा वृद्धि नहीं देखेने को मिली और तीन अगस्त को तो यह गिरकर 11 पर आ गये थे। हालांकि पांच अगस्त को यह बढ़कर 40 पर पहुंच गए लेकिन इसके बाद लगातार दो दिनों में इनमें कमी आई। प्रदेश में शनिवार को 25 जिलों में कोई नया मामला सामने नहीं आया। राज्य में गत 31 जुलाई के बाद एक भी कोरोना मरीज की मौत का मामला भी सामने नहीं आया। राज्य में कोरोना से ठीक होने की दर भी 99.04 प्रतिशत पहुंच गई वहीं अब तक सामने आये नौ लाख 53 हजार 812 मामलों में केवल 0.02 प्रतिशत सक्रिय मरीज रहे हैं।
राज्य में कोरोना से पहली और दूसरी लहर में अब तक 8954 लोगों की मौत हो चुकी जिसमें सर्वाधिक मौतें 1970 जयपुर जिले में हुई। इससे जोधपुर में 1103, उदयपुर में 753, बीकानेर में 545, कोटा में 449, अजमेर में 410, सीकर में 335, अलवर में 307, पाली में 287, भरतपुर में 260, झालावाड़ में 187, बाड़मेर में 185, नागौर में 177,
राजसमंद में 169, झुंझुनूं में 158, भीलवाड़ा 156, गंगानगर 150, चित्तौड़गढ 139, डूंगरपुर 131, हनुमानगढ़ 111, बांसवाड़ा में 104 लोगों की मौत हुई जबकि शेष जिलों में सौ से कम ही मौते हुई। प्रदेश में कोरोना से सबसे कम मौतें धौलपुर एवं बूंदी में दर्ज की गई जहां क्रमश: 48-48 मौतें हुई। कोरोना से राज्य के बाहर के 39 लोगों की भी मौत हुई हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव अब नगण्य हो गया है लेकिन विभिन्न देशों तथा देश के कई राज्यों में कोविड के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर हमें अभी भी सतर्कता बरतने एवं कोरोना गाइडलाइन की लगातार पालना करनी होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों तथा राज्यों में संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर चिकित्सा विशेषज्ञों ने आशंका व्यक्त की है कि तीसरी लहर का प्रभाव आगामी महीनों में देखा जा सकता है।
चिकित्सा विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के 52 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 16 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी है। रविवार शाम तक राज्य में तीन करोड़ 50 लाख 60 हजार 869 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका था जिनमें दो करोड़ 67 लाख 80 हजार 954 पहली डोज जबकि 82 लाख 79 हजार 915 दूसरी डोज लगी हैं। इनमें 18 से 44 आयु वर्ग के एक करोड़ 20 लाख 246 को पहली एवं इसी वर्ग के 12 लाख 65 हजार 208 लोगों दूसरी खुराक लगी। इसी तरह 45 वर्ष की आयु से अधिक वर्ग के एक करोड़ 35 लाख 22 हजार 437 लोगों को पहली तथा 60 लाख 67 हजार 422 लोगों को दूसरी खुराक लगी।
राज्य में अब तक तीन करोड़ 41 लाख 21 हजार 780 कोरोना खुराक प्राप्त हुई जिनमें 43 लाख 36 हजार 340 कोवैक्सीन तथा दो करोड़ 97 लाख 85 हजार 440 कोविशील्ड शामिल है। शनिवार को चार लाख 82 हजार 570 तथा रविवार को 46500 कोविशील्ड प्राप्त हुई।
वार्ता