मोदी लाखों दीयों के बीच वाराणसी में मनाएंगे 'देव दीपावली'
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यहां 11 लाख मिट्टी के दीयों एवं बिजली की रंग-बिरंगी रोशनी में नहाये विश्व प्रसिद्ध गंगा घाटों पर बिखरे अद्भूत नजारों के बीच पहली बार 'देव दीपावली' मनायेंगे।
इस अवसर पर वह एक भव्य समारोह में करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के तोहफे अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी एवं पूर्वांचल को देने के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शनिवार को बताया कि प्रधानमंत्री के 30 नवंबर को यहां प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनज़र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार के अपने दौरे के दौरान जो निर्देश दिये थे, उसके अनुसार तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री ने घंटों स्थलीय निरीक्षण एवं समीक्षा बैठक की थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोराना संकट के शुरु होने के बाद अपने पहले दौरे के दौरान प्रधानमंत्री गंगा मां को दीये दान 'देव दीपावली' मनाएंगे। राजातालाब के खजुरी में आयोजित एक भव्य समारोह में यहां के राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन में बदलने के कार्य का लोकार्पण समेत करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं के तोहफे देंगे। करीब नौ महीने बाद 30 नवंबर को यहां आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करोड़ों रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के बाद एक जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री गंगा की लहरों के बीच अलकनंदा क्रूज पर सवार होकर रोशनी में नहाये घाटों के बिखरे अद्भूत नजारे का दीदार कर सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 15 घाटों पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारियां की जा रही है। करीब साढ़े साथ किलोमीटर में फैले 84 घाटों की साफ-सफाई एवं जगमग करने के इंतजाम किये जा रहे हैं। मिट्टी के 11 लाख दीयों के अलावा बिजली के असंख्य दीपों से घाटों के दोनों तरफ रोशनी बिखेरने की व्यवस्था की जा रही है। गंगा की दूसरी ओर 3,000 बल्लियों पर बिजली के रंग-बिरंगी वल्बों वाली झालरें लगाने का काम चल रहा है। दोनों तरफ दीयों के अलावा बिजली के झालरों एवं फसाड लाइटों प्रकाशमाये करने की तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है।
गंगा के दूसरी तरफ रेत पर 16 जगहों पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर मॉडल की आकृति समेत अनेक कलाकृतियां लेजर किरणों के माध्यम से दिखाने की तैयारी है। फसाड लाइट लगाये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के आगमन के समस्त कार्यक्रमों का सजीव प्रसारण के लिए शहर में जगह-जगह बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन स्थापित करने की योजना है।
अधिकारियों ने बताया कि श्री मोदी के राजघाट स्थित संत रविदास मंदिर में दर्शन करने जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार के अपने दौरे के दौरान इस मंदिर में प्रधानमंत्री के पुष्पांजलि करने के कार्यक्रम जोड़ने का सुझाव दिया था।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्री मोदी के इस बार के दौरे के दौरान किसानों के आंदोलन के कारण सुरक्षा एजेंसियां पहले की अपेक्षा कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरत रही हैं। दौरे से पहले शहर की सीमाओं को सील करने की योजना हैं। स्थानीय पुलिस के अलावा पीएसी एवं सीआरपीएफ के 10 हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया जा रहा है।