जैन समाज का नहीं हुआ पलायन - डीएम एसएसपी को गांव वालों ने बताया सच !

मुजफ्फरनगर। जनपद के बुढाना क्षेत्र के गांव हुसैनपुर कला में स्थापित जैन समाज के मंदिर को बुढाना में शिफ्ट किया गया तो खबर चल पड़ी कि बुढ़ाना के हुसैनपुर कला से जैन समाज के लोगों का पलायन हो रहा है। इस खबर के बाद मुजफ्फरनगर के डीएम और एसएसपी ने गांव का दौरा कर सच जानने की कोशिश कि तो पलायन की खबर झूठी निकली ।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जनपद के बुढ़ाना इलाके के गांव हुसैनपुर कला में स्थापित श्री 1008 पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर स्थापित था। इस गांव में जैन समाज के कई परिवार रहते थे लेकिन शिक्षा और कारोबार के चलते जैन समाज के लोग लगभग कई दशक पहले गांव को अलविदा कर बुढ़ाना और अन्य जगहों पर शिफ्ट हो गए थे लेकिन जैन समाज का लगभग 500 साल पुराना मंदिर गांव में ही स्थापित रहा। जिन लोगों ने शिक्षा और कारोबार के लिए गांव छोड़ दिया था, उनका गांव हुसैनपुर कला के मंदिर से जुड़ाव लगातार बना रहा। 500 साल पुराने यह मंदिर जब जीर्ण शीर्ण हो गया तब बुढाना में रह रहे हुसैनपुर कला के जैन समाज के लोगों ने बुढाना में दिगंबर जैन मंदिर बनाकर उसमें हुसैनपुर कला के मंदिर में रखी संपूर्ण प्रतिमाओं को भव्य शोभा यात्रा के जरिए हुसैनपुर कला से बुढाना में स्थापित किया गया।

जिस दिन भव्य शोभा यात्रा के जरिए हुसैनपुर कला से बुढाना में जैन समाज का मंदिर शिफ्ट हुआ उसी दिन खबरें चली कि मुजफ्फरनगर के हुसैनपुर कला से जैन समाज के लोगों ने पलायन कर लिया है जैसे ही यह खबरे प्लेटफार्म पर आई ऐसे ही शासन प्रशासन एक्टिव हुआ। आज मुजफ्फरनगर जनपद के डीएम अरविंद मल्लपा बंगारी और एसएसपी संजीव सुमन ने पलायन की खबरों का सच जानने के लिए हुसैनपुर कला का दौरा किया।
बताया जाता है जब डीएम और एसएसपी गांव में पहुंचे तब गांव के सब समाज के लोगों ने पलायन की खबरों को झूठ बताया और कहा कि इस गांव से कई दशक से जैन समाज के लोग चले गए थे जिस कारण अभी वर्तमान में गांव में जैन समाज का कोई भी परिवार नहीं रहता है, इसलिए जैन समाज के मंदिर को सर्व सहमति से बुढाना में स्थापित कराया गया है। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी को बताया कि इस गांव में सभी लोग भाईचारे से रहते हैं तथा एक दूसरे के पर्व में परस्पर सहयोग भी करते हैं तथा गांव में पलायन की खबर गलत है।