कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में भारत, मदद को आया डब्ल्यूएचओ
जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि भारत में इसने कोविड-19 रेस्पांस को मजबूत बनाने के क्रम में कई कार्यक्रमों की शुरुआत की है। इसके तहत 2600 हेल्थ एक्सपर्ट को तैनात किया गया जो विभिन्न कार्यक्रमों के तहत हर रोज देश में आने वाले संक्रमण के नए मामले और नई मौतों को रोक सके।
डब्ल्यूएचओ ने देश में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने के लिए लोगों के अस्पताल भागने की अनावश्यक कोशिशों को जिम्मेदार ठहराया है। संगठन ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के लिए भीड़ भरी सभाएं, ज्यादा संक्रामक कोरोना वैरिएंट्स और कम रफ्तार के साथ कोरोना वैक्सीनेशन जिम्मेदार हैं। हालांकि लोगों के अस्पताल भागने की जल्दबाजी और भीड़ भरी सभाओं ने इसे बेकाबू कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी भारत को मदद का आश्वासन दिया और कहा कि 500 वेंटिलेटर, एक मिलियन सर्जिकल मास्क् 500,000 पी-2 व एन-95 मास्क, 100,000 गॉगल्स, 100,000 जोड़ी ग्लव्स और 20,000 फेस शील्ड भेजेंगे। वहीं सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 45 मिनट तक फोन पर बातचीत हुई और उन्होंने भारत को मदद का आश्वासन दिया।